Edited By Ekta, Updated: 16 Sep, 2018 01:01 PM
जोगिंद्रनगर में नशे के सौदागरों ने युवाओं को तेजी से अपनी गिरफ्त में ले लिया है। नशे की लत में तेजी से जकड़े जा रहे जोगिंद्रनगर के युवा जहां अपने भविष्य पर प्रश्रचिन्ह लगा रहे हैं वहीं इनके माता-पिता लोकलाज व शर्म के कारण अपने ही बच्चों के आगे लाचार...
जोगिंद्रनगर (विनोद): जोगिंद्रनगर में नशे के सौदागरों ने युवाओं को तेजी से अपनी गिरफ्त में ले लिया है। नशे की लत में तेजी से जकड़े जा रहे जोगिंद्रनगर के युवा जहां अपने भविष्य पर प्रश्रचिन्ह लगा रहे हैं वहीं इनके माता-पिता लोकलाज व शर्म के कारण अपने ही बच्चों के आगे लाचार व बेबस होकर रह गए हैं। आलम यह है कि ज्यादातर युवा शराब को छोड़कर चरस, गांजा और अब तो चिट्टे का भी सेवन करने लगे हैं।
समाज के लिए अभिशाप बने नशे के ये बेलगाम सौदागर जहां रातोंरात लखपति बन रहे हैं वहीं वे अपने लालच के लिए समाज को बर्बाद करने पर तुले हैं। जोगिंद्रनगर के सुनसान इलाकों शानन, छपरोट रोड़, कालेज परिसर के साथ लगते कृषि विभाग के फार्म, जोगिंद्रनगर रेलवे स्टेशन, ओझल मोड़ व गलू के जंगल आदि ऐसे स्थानों का आलम यह है कि दोपहर के समय से ही युवाओं की टोलियां सरेआम कश लगाती हुई देखी जा सकती हैं। जानकारी के अनुसार नशे की यह खेप अधिकतर चौहार व कुल्लू घाटी से आती है।