Edited By Vijay, Updated: 23 Aug, 2018 08:24 PM
जाको राखे साइयां मार सके न कोए वाली कहावत बीती रात उस समय चरितार्थ हो गई जब गांव अनसोली निवासी शांतो देवी के के मकान के साथ लगती पहाड़ी से मलबा उनके मकान की पिछली तरफ आ गिरा।
गग्गल: जाको राखे साइयां मार सके न कोए वाली कहावत बीती रात उस समय चरितार्थ हो गई जब गांव अनसोली निवासी शांतो देवी के के मकान के साथ लगती पहाड़ी से मलबा उनके मकान की पिछली तरफ आ गिरा। अगर यह मलबा उनके मकान पर गिरता तो शायद परिवार ही मलबे में दब जाता। जिस समय मलबा मकान के साथ गिरा तो उस समय मकान में शांतो देवी उनका बेटा तथा बहू और उनका एक बच्चा सो रहे थे। पंचायत प्रधान कश्मीरी लाल ने बताया कि पहाड़ी के साथ लगभग 3 मकान हैं तथा पहाड़ी के साथ डंगा न होने के कारण पहाड़ी से मलबा बरसात में गिरता रहता है। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि मकानों को बचाने के लिए शीघ्र पहाड़ी के आगे डंगा लगाया जाए।