Edited By Vijay, Updated: 15 Jul, 2020 07:46 PM
पार्वती परियोजना चरण-2 के सैंज स्थित शक्ति गृह के पास हाई ट्रांसमिशन बिजली लाइन में करंट लगने से एक युवक की मौत हो गई है। यह दर्दनाक हादसा बुधवार सुबह करीब 8 बजे हुआ जब परियोजना में ठेकेदार के तहत कार्यरत रैला पंचायत के शारण गांव का एले राम (33)...
कुल्लू (ब्यूरो): पार्वती परियोजना चरण-2 के सैंज स्थित शक्ति गृह के पास हाई ट्रांसमिशन बिजली लाइन में करंट लगने से एक युवक की मौत हो गई है। यह दर्दनाक हादसा बुधवार सुबह करीब 8 बजे हुआ जब परियोजना में ठेकेदार के तहत कार्यरत रैला पंचायत के शारण गांव का एले राम (33) पुत्र इंद्र चंद लाइन में आई तकनीकी खराबी को दुरुस्त करने के लिए मुरम्मत का काम कर रहा था लेकिन जैसे ही इलैक्ट्रीशियन पोल पर चढ़ा वैसे ही लाइन में करंट आने से युवक की जमीन पर गिरते ही मौत हो गई। इस घटना का पता चलते ही घाटी के सैंकड़ों लोग घटनास्थल पर पहुंच गए और एनएचपीसी के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। सूचना मिलते ही सैंज पुलिस भी मौके पर पहुंची और उग्र भीड़ को शांत करने का प्रयास किया। परिजनों और ग्रामीणों के विरोध के चलते शव को 6 घंटे तक रोका गया, वहीं एनएचपीसी के बड़े अधिकारियों के मौके पर न आने से लोगों का गुस्सा और बढ़ गया।
पूर्व में भी हो चुका है हादसा
पंचायत प्रधान खिमदासी व उपप्रधान बालमुकुंद ने कहा कि क्षेत्र में आज से पूर्व भी एनएचपीसी की लापरवाही से इस तरह के हादसों में घाटी के युवाओं को जान गंवानी पड़ी लेकिन इसके बावजूद भी एनएचपीसी आम जनता की जिंदगी से खिलवाड़ करने से बाज नहीं आ रहा। बता दें कि 3 वर्ष पूर्व भी इसी लाइन में कार्य करते हुए एक युवक की जान गई थी जिसमें एनएचपीसी ने भविष्य के लिए चौकस रहने की बात कबूली थी। एसपी गौरव सिंह ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि इस संबंध में भारतीय दंड संहिता की धारा 336 व 304ए के तहत मामला दर्ज कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
भीड़ को शांत करने मौके पर पहुंचे एसडीएम ने दी फौरी राहत
इस हादसे से आक्रोशित भीड़ को शांत करने के लिए बंजार के एसडीएम हेम चंद वर्मा भी घटनास्थल पर पहुंचे और पीड़ित परिवार को प्रशासन की ओर से 30 हजार रुपए की फौरी राहत प्रदान की। उनकी मौजूदगी में पंचायत प्रतिनिधियों के हस्तक्षेप पर मृतक की पत्नी को एनएचपीसी की ओर से स्थायी रोजगार व एक अतिरिक्त सदस्य को रोजगार तथा एनएचपीसी कालोनी में परिवार को रहने की सुविधा, मृतक को मिलने वाला वेतन उसकी पत्नी को दिया जाएगा तथा मृतक के बच्चों को स्नातक स्तर तक एनएचपीसी की ओर से शिक्षा खर्च तथा एनएचपीसी कंपनी की ओर से मृतक के परिवार को तुरंत 5 लाख देने का समझौता एनएचपीसी की तरफ से नियमानुसार कबूल किया गया है।