Edited By Simpy Khanna, Updated: 17 Aug, 2019 10:56 AM
प्रदेश में लगातार हो रही बारिश के चलते नदी-नाले उफान पर हैं। हर बार की तरह लोगों की सुरक्षा को लेकर प्रशासनिक तैयारियां अधूरी ही नजर आती हैं। आलम यह है कि लोग अपनी जान जोखिम में डालकर उफनते नदी-नालों को पार कर रहे हैं।
धर्मशाला(नरेश): प्रदेश में लगातार हो रही बारिश के चलते नदी-नाले उफान पर हैं। हर बार की तरह लोगों की सुरक्षा को लेकर प्रशासनिक तैयारियां अधूरी ही नजर आती हैं। आलम यह है कि लोग अपनी जान जोखिम में डालकर उफनते नदी-नालों को पार कर रहे हैं। इसी तरह की स्थिति जिला मुख्यालय के साथ लगते चड़ी-घेरा रोड पर स्थित कैंट नाले की बनी हुई है। भितलू, करेरी, कुठारना व भताला को जोडऩे वाली सड़क के उक्त नाले में पुल न होने के चलते अक्सर बरसात के मौसम में नौजवान, बुजुर्ग समेत मासूम बच्चों को अपनी जान हथेली पर रखकर उफनते नाले को पार करना पड़ता है।
बारिश के दिनों में पहले भी जानलेवा हादसे हो चुके हैं, लेकिन सुरक्षा के नाम पर आज तक कोई इंतजाम नहीं किए गए। क्षेत्र के सोनू भारद्वाज, अंकुश, सूरज, संजय, कृष्ण कुमार, अतुल, अनिल, आतिश व अन्य का कहना है कि अगर यहां पुल न डाला गया तो यह सड़क जल्दी ही किसी बड़े हादसे की गवाह बनेगी। उधर, लोक निर्माण विभाग कांगड़ा मंडल के अधिशासी अभियंता ने बताया कि पुल बनाने के लिए विधायक प्राथमिकता के तहत 90 लाख रुपए का टैंडर अलॉट हो चुका है
। पुल के लिए 90 लाख स्वीकृत शाहपुर विधानसभा क्षेत्र की विधायक व शहरी विकास आवास मंत्री सरवीण चौधरी ने कहा कि मामला ध्यान में आने पर विधायक प्राथमिकता के तहत चड़ी-घेरा रोड पर आते कैंट नाले में पुल बनाने के लिए 90 लाख रुपए स्वीकृत किए गए हैं जिसका टैंडर भी हो चुका है और मौसम साफ होते ही पुल का निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा।
बहाव की चपेट में आने से 1 की हो चुकी है मौत बता दें कि यहां पर 2 साल पहले भी बरसात के मौसम में अचानक नाले का जल स्तर बढ़ जाने के चलते 1 गाड़ी बह गई थी और इससे गाड़ी में सवार एक व्यक्ति को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा था। इसके चलते जब भी नाले में पानी अधिक होता है तो एच.आर.टी.सी. की बस द्वारा नाला पार करने से पहले ही सवारियों को नीचे उतार दिया जाता है।