जुन्गा क्षेत्र के स्वास्थ्य संस्थानों में दवाई व स्टाफ का टोटा

Edited By prashant sharma, Updated: 11 May, 2021 05:11 PM

crisis of medicine and staff in junga health institutions

कोरोना काल में जुन्गा क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाएं चरमरा गई हैं। अधिकांश स्वास्थ्य संस्थान स्टाफ के अभाव में बंद पड़े हंै और लोगों को दवाएं भी उपलब्ध नहीं हो रही हंै। बता दें कि बीते कई दिनों से जुन्गा क्षेत्र के करीब सभी गांव में खांसी व बुखार से कई...

शिमला (ब्यूरो) : कोरोना काल में जुन्गा क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाएं चरमरा गई हैं। अधिकांश स्वास्थ्य संस्थान स्टाफ के अभाव में बंद पड़े हैं, और लोगों को दवाएं भी उपलब्ध नहीं हो रही हैं। बता दें कि बीते कई दिनों से जुन्गा क्षेत्र के करीब सभी गांव में खांसी व बुखार से कई लोग पीड़ित हैं, परंतु स्वास्थ्य सेवाएं ठप्प होने से लोगों को कोरोना उपचार की एजिथ्रोमाईसीन इत्यादि दवाओं के लिए सोलन अथवा शिमला जाना पड़ रहा है। स्वास्थ्य सेवाओं का आलम यह है कि जुन्गा क्षेत्र के उप स्थास्थ्य केंद्रों में ताले लटके हुए हैं, जिससे सरकार के गुणात्मक स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के दावे खोखले साबित हो रहे हैं। पी.एच.सी. ट्रहाई का संचालन चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी द्वारा पिछले तीन वर्षों से किया जा रहा है। स्थानीय लोगों के अनुसार इस पी.एच.सी. में तैनात डाक्टर के दर्शन साल में कभी कभार होते हैं। यही नहीं पी.एच.सी. ट्रहाई में दवाओं का अभाव है। उधर बी.एम.ओ. मशोबरा डाॅ. राकेश प्रताप ने बताया कि शीघ्र ही डाॅक्टर्स की टीम को क्षेत्र में भेजा जाएगा जो मौके पर बीमार व्यक्तियों के मौके पर सैंपल लेंगे।

Related Story

Trending Topics

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!