Edited By Ekta, Updated: 31 Jul, 2019 01:04 PM
प्रदेश में चल रही सरकारी बसों की कमी को लेकर सीपीआईएम का बुधवार को दूसरे दिन भी धरना जारी रहा। 30 जुलाई से सीपीआईएम कार्यकर्ता एचआरटीसी एमडी कार्यालय के बाहर डेरा डाले हुए हैं। सीपीआईएम पिछले 24 घंटे से लगातार एमडी एचआरटीसी कार्यालय के बाहर सरकार और...
शिमला (योगराज): प्रदेश में चल रही सरकारी बसों की कमी को लेकर सीपीआईएम का बुधवार को दूसरे दिन भी धरना जारी रहा। 30 जुलाई से सीपीआईएम कार्यकर्ता एचआरटीसी एमडी कार्यालय के बाहर डेरा डाले हुए हैं। सीपीआईएम पिछले 24 घंटे से लगातार एमडी एचआरटीसी कार्यालय के बाहर सरकार और विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर रही है। ठियोग विधानसभा क्षेत्र से विधायक और सीपीआईएम के वरिष्ठ नेता राकेश सिंघा भी प्रदर्शन में शामिल हुए।
फर्श पर सोकर विधायक ने काटी रात
विधायक ने सीपीआईएम कार्यकर्ताओं के साथ फर्श पर सोकर रात काटी और प्रदर्शन की अगुवाई की। एचआरटीसी की तरफ से देर शाम को सीपीआईएम कार्यकर्ताओं को वार्ता के लिए बुलाया जिसमें कुछ मांगों को लेकर सहमति बनी लेकिन लिखित में निर्देश न मिलने पर सीपीआईएम ने प्रदर्शन को जारी रखा है। विधायक राकेश सिंघा ने भाजपा सरकार पर आरोप लगाया है कि सरकार शिक्षा, स्वास्थ्य, सार्वजनिक सेवाएं और पानी जैसी सभी मूलभूत सेवाओं का निजीकरण कर रही है जिससे ये सेवाएं आम गरीब आदमी की पहुंच से बाहर हो जाएगी।केवल अमीर आदमी ही इन सेवाओं का लाभ उठायेगा। इसलिए सीपीआईएम सरकार को चेताना चाहती है कि अगर सरकार निजीकरण पर लगाम नही लगाती है तो सीपीआईएम सरकार के खिलाफ आंदोलन को उग्र किया जाएगा।