Edited By Vijay, Updated: 08 Apr, 2020 10:38 PM
राज्य सरकार ने कोरोना संकट के बीच लोगों को सरकारी राशन डिपुओं के माध्यम से 2 माह का राशन एक साथ उपलब्ध करवाने का निर्णय लिया है। इस बारे मंत्रिमंडल बैठक में पहले ही बिना टैंडर किए एक पुराने सप्लायर को राशन उपलब्ध करवाने की अनुमति प्रदान की गई है।...
शिमला (ब्यूरो): राज्य सरकार ने कोरोना संकट के बीच लोगों को सरकारी राशन डिपुओं के माध्यम से 2 माह का राशन एक साथ उपलब्ध करवाने का निर्णय लिया है। इस बारे मंत्रिमंडल बैठक में पहले ही बिना टैंडर किए एक पुराने सप्लायर को राशन उपलब्ध करवाने की अनुमति प्रदान की गई है। इसके तहत दूसरे माह के राशन का कोटा 20 अप्रैल तक डिपुओं तक पहुंचा दिया जाएगा, जिसे राशनकार्ड धारक ले सकेंगे।
6 रुपए महंगा मिल सकता है खाद्य तेल
नए सिरे से राशन वितरण की इस प्रक्रिया में खाद्य तेल पहले से करीब 6 रुपए महंगा मिलने की संभावना है। खाद्य तेल के दाम मौजूदा स्थिति में खुले बाजार में इसकी उपलब्धता के आधार पर तय किए गए हैं। जानकारी के अनुसार सरकार के इस निर्णय के तहत उपभोक्ताओं के लिए 10 अप्रैल तक पहले माह का कोटा उपलब्ध रहेगा जबकि 20 अप्रैल के बाद दूसरे माह का कोटा मिलेगा। नई प्रक्रिया के तहत अप्रैल माह में डबल राशन मिल जाएगा और दालों की सप्लाई मई माह से शुरू हो सकती है।
पहले मार्च माह तक किए गए थे टैंडर
उल्लेखनीय है कि पहले यह टैंडर मार्च माह तक किए गए थे। उसके बाद इसे नए सिरे से किया जाना था लेकिन कोरोना संक्रमण के चलते ताजा हालात को देखते हुए पहले से सप्लाई करने वाले 3 सप्लायरों से इस बारे चर्चा की गई। इसमें 2 सप्लायरों ने असमर्थता जताई जबकि 1 अन्य सप्लायर ने इसके लिए हामी भरी। इसके बाद सरकारी स्तर पर उसके साथ चर्चा करने के बाद नियम एवं शर्तें तय की गईं। सरकार को बिना टैंडर के यह निर्णय इसलिए लेना पड़ा क्योंकि मौजूदा हालात इसके अनुकूल नहीं थे। इसके अलावा लोगों में खाद्यान्न संकट का डर न रहे इसलिए भी सरकार को यह निर्णय लेना पड़ा।