कार्यकारी अध्यक्षों के फेर में फंसी कांग्रेस-युवा कांग्रेस, त्याग पत्रों का दौर शुरू

Edited By Vijay, Updated: 05 Aug, 2018 06:31 PM

congress youth congress stuck in rear of executive chairman

वीरभद्र, स्टोक्स और सुक्खू गुटों में उलझी प्रदेश कांग्रेस अब कार्यकारी अध्यक्षों के फेर में घिरने लगी है। जहां जिला ऊना में अध्यक्ष के अलावा पूरी कार्यकारिणी भंग करने के बाद नई गठित नहीं की गई लेकिन यहां कार्यकारी अध्यक्ष का मनोनयन कर दिया गया, वहीं...

ऊना (विशाल): वीरभद्र, स्टोक्स और सुक्खू गुटों में उलझी प्रदेश कांग्रेस अब कार्यकारी अध्यक्षों के फेर में घिरने लगी है। जहां जिला ऊना में अध्यक्ष के अलावा पूरी कार्यकारिणी भंग करने के बाद नई गठित नहीं की गई लेकिन यहां कार्यकारी अध्यक्ष का मनोनयन कर दिया गया, वहीं चम्बा और कुल्लू में भी कांग्रेस के काफी साल पुराने अध्यक्षों के होते हुए कार्यकारी अध्यक्षों का मनोनयन कर दिया गया। ऐसा हाल केवल प्रदेश कांग्रेस का ही नहीं बल्कि युवा कांग्रेस का भी है। युवा कांग्रेस में प्रदेश के विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों में निर्वाचित अध्यक्षों के होने के बावजूद कार्यकारी अध्यक्षों के मनोनयन पर अंदखाते घमासान मचा हुआ है। एक तरफ जहां प्रदेश कांग्रेस में 3 जिलों में हुए कार्यकारी अध्यक्षों के मनोनयन पर अंदरखाते गुटबाजी उभरी है तो दूसरी तरफ युकां में कार्यकारी अध्यक्षों के विरोध में ऊना के कुटलैहड़ से त्याग पत्रों का दौर शुरू हो गया है। अब इन मनोनयन से कांग्रेस में ब्लॉक स्तर से ही गुटबाजी शुरू हो गई है जोकि ऊपर तक जा रही है।

ऊना, चम्बा और कुल्लू में हैं कार्यकारी अध्यक्ष
प्रदेश कांग्रेस में ऊना, चम्बा और कुल्लू में कार्यकारी अध्यक्षों का मनोनयन किया गया है जबकि स्थायी अध्यक्ष अभी भी इन जिलों में पूर्ववत काम कर रहे हैं। अंदरखाते ही गुटबाजी को इन मनोनयन का मुख्य स्रोत माना जा रहा है लेकिन सार्वजनिक तौर पर इनसे इंकार किया गया है। कुल्लू के कांग्रेस जिला अध्यक्ष बुद्धि सिंह ठाकुर के होते हुए स्टोक्स गुट के माने जाने वाले भुवनेश्वर गौड़ को कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया। विधानसभा चुनावों में विद्या स्टोक्स का टिकट कटा तो दूसरी को भुवनेश्वर गौड़ का टिकट भी काट दिया गया। वहीं ऊना में वीरभद्र गुट के माने जाने वाले वीरेन्द्र धर्माणी स्थायी जिला अध्यक्ष हैं जबकि सुक्खू गुट के माने जाने वाले कुटलैहड़ से विस चुनावों में हार का सामना करने वाले विवेक विक्कू को कार्यकारी अध्यक्ष मनोनीत किया गया है। इसी तरह चम्बा में पूर्व विधायक सुरेन्द्र भारद्वाज के जिला अध्यक्ष होते हुए कुलदीप पठानिया को कार्यकारी अध्यक्ष मनोनीत किया गया है।

ऊना और हरोली में भंग की कार्यकारिणी
ऊना में इस बार हुए विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की झोली में ऊना सदर और हरोली की 2 सीटें आने के बावजूद पूरी कार्यकारिणी भंग कर दी गई। चुनावों के बाद ही प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा लिए इस फैसले में अध्यक्ष वरिष्ठ अधिवक्ता वीरेन्द्र धर्माणी को यथावत रखा गया। इसके बाद कार्यकारिणी तो नए सिरे से गठित की नहीं जा सकी लेकिन विवेक विक्कू को कार्यकारी अध्यक्ष मनोनीत कर दिया गया और अब जिला की कार्यकारिणी में केवल यह दोनों अध्यक्ष ही पार्टी का कार्य करने के लिए हैं जबकि इनकी टीम अभी तक नहीं बनी है, वहीं मंडी और बिलासपुर में भी चुनावों के बाद कार्यकारिणियों को भंग करते हुए नए सिरे से कार्यकारिणियां बनाई गईं थीं।

अध्यक्षों के मनोनयन का दौर युवा कांग्रेस में भी जारी
कार्यकारी अध्यक्षों के मनोनयन का दौर युवा कांग्रेस में भी बदस्तूर जारी है, जिसके चलते युकां में भी अंदरखाते ब्लॉक स्तर पर भी गुटबाजी शुरू हो गई है। युवा कांग्रेस में अध्यक्षों का चयन चुनाव प्रक्रिया के तहत हुआ है और निर्वाचित अध्यक्षों के होते हुए भी यहां पैराशूट से कार्यकारी अध्यक्षों के मनोनयन हो रहे हैं, जिससे चुनावी प्रक्रिया को पार करके अध्यक्ष बने युकां नेताओं में भी असंतोष पैदा हो गया है। अब तक प्रदेश में लगभग 10 ब्लॉक में कार्यकारी अध्यक्षों का मनोनयन किया गया है। इनमें ऊना जिला के कुटलैहड़ और चिंतपूर्णी सहित द्रंग, घुमारवीं, राजगढ़ व नालागढ़ भी शामिल हैं, वहीं पुराने अध्यक्षों के कार्यकाल में भी लगभग 2 दर्जन से अधिक कार्यकारी अध्यक्षों का मनोनयन हुआ था।

युकां में शुरू हुआ त्याग पत्रों का दौर
युकां में कार्यकारी अध्यक्षों के मनोनयन पर ऊना जिला के कुटलैहड़ से त्याग पत्रों का दौर शुरू हो गया है। यहां महासचिव मनोनीत हुए दिनेश शारदा और सचिव के तौर पर मनोज कुमार ने कुटलैहड़ में कार्यकारी अध्यक्ष के मनोनयन के विरोध में त्याग पत्र भी आला पदाधिकारियों को भेज दिए हैं। इन दोनों पदाधिकारियों का कहना है कि कार्यकारी अध्यक्षों की जरूरत वहां है जहां मौजूद अध्यक्ष नकारा साबित हों। ऐसी नियुक्तियों से सभी जगहों पर गुटबाजी को हवा मिलेगी।

अध्यक्षों के समय न दे पाने के चलते की नियुक्तियां : मनीष
प्रदेश युवा कांग्रेस अध्यक्ष मनीष ठाकुर का कहना है कि पार्टी को मजबूत करने के लिए ऐसे फैसले लिए गए हैं। जहां अध्यक्ष सस्पैंड हैं या पार्टी के लिए समय नहीं दे पा रहे हैं वहां कार्यकारी अध्यक्षों का मनोनयन किया गया है। अब उनके कार्यकाल में भी कुछ ब्लॉक में कार्यकारी अध्यक्ष बनाए गए हैं लेकिन निर्वाचित अध्यक्ष जस के तस बने रहेंगे। 2 अध्यक्ष पार्टी की मजबूती के लिए काम करेंगे।

स्थायी अध्यक्षों को देंगे बड़ी जिम्मेदारी : सुक्खू
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुखविंदर सुक्खू का कहना है कि चम्बा, कुल्लू और ऊना में स्थायी अध्यक्षों की नियुक्ति काफी वर्षों से हैं और उन्हें बड़ी जिम्मेदारी दी जाएगी। इसी के चलते कार्यकारी अध्यक्ष मनोनीत किए गए हैं ताकि पार्टी को मजबूती मिले और दोनों अध्यक्ष मिलकर पार्टी की मजबूती के लिए काम कर रहे हैं।

Related Story

Trending Topics

India

397/4

50.0

New Zealand

327/10

48.5

India win by 70 runs

RR 7.94
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!