Edited By prashant sharma, Updated: 13 Apr, 2021 11:24 AM
जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष एवं नूरपुर के पूर्व विधायक अजय महाजन ने न्यू पैंशन स्कीम के अंतर्गत पिस रहे कर्मचारियों के हक में बड़ा बयान देते हुए कहा है कि यदि प्रदेश में उनकी सरकार सत्ता में आती है तो जल्द ही पुरानी पैंशन का मुद्दा हल करवाकर इसको...
नूरपुर (स.ह.): जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष एवं नूरपुर के पूर्व विधायक अजय महाजन ने न्यू पैंशन स्कीम के अंतर्गत पिस रहे कर्मचारियों के हक में बड़ा बयान देते हुए कहा है कि यदि प्रदेश में उनकी सरकार सत्ता में आती है तो जल्द ही पुरानी पैंशन का मुद्दा हल करवाकर इसको बहाल करवाएंगे। महाजन ने कहा कि कर्मचारी वर्ग सरकार की रीढ़ होता है तथा कर्मचारियों को हितैषी बता कर ढोंग करने वाली भाजपा ने ही तत्कालीन प्रधानमंत्री स्व. अटल विहारी वाजपाई के कार्यकाल में पुरानी पैंशन को बंद कर 2003 के बाद के कर्मचारियों की रीढ़ तोड़ दी थी। सरकार ने यह कहकर पैंशन बंद की गई थी कि जब भी कर्मचारी सेवानिवृत्त होंगे तो उनको पुरानी पैंशन की तरह ही लाभ दिए जाएंगे, लेकिन जब सेवानिवृत्तियां शुरू हुई तो कर्मचारियों को नई पैंशन पद्धति से मात्र 500, 1000, 1500 व 2500 की पैंशन ही मासिक मिली जो उनके साथ धोखा था व उनके मौलिक अधिकारों का हनन था।
भाजपा सरकार ने जब यह तुगलूकी फरमान नुमा न्यू पैंशन स्कीम लागू की तो उक्त स्कीम में कर्मचारी की मृत्यु होने पर उनके परिवार का भरण पोषण कैसे होगा। इस विषय पर भी कोई भी प्रावधान नहीं रखा गया लेकिन 2009 में कांग्रेस की मनमोहन सरकार ने उक्त स्कीम में संशोधन करते हुए कर्मचारी के दिव्यागँ या मृत्यु होने पर उसके परिवार को पुरानी पैंशन के तहत पारिवारिक पैंशन दिए जाने की अधिसूचना जारी की। लेकिन अफसोस कि बात है कि न्यू पैंशन कर्मचारी महासंघ द्वारा उक्त अधिसूचना को प्रदेश में लागू करने के लिए वर्तमान भाजपा सरकार से लगातार मांग की जा रही है जबकि कर्मचारियों को अपना हितैषी कहने वाले मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर उक्त मांग को नहीं मान रहे। महाजन ने कहा कि कर्मचारियों को भाजपा सरकार का असली चेहरा दिख गया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने 2017 में न्यू पैंशन कर्मचारियों को ग्रेचुयटी का प्रावधान किया था ओर उन्होंने दावा किया किया कांग्रेस की सरकार सत्ता में आते ही कर्मचारियों की पुरानी पैंशन व्यवस्था को बहाल करेंगे।