Edited By Vijay, Updated: 19 Aug, 2018 10:28 PM
प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र से ठीक पहले कांग्रेस ने नशाखोरी के मुद्दे को लेकर सरकार पर दबाव बनाने की राजनीति शुरू कर दी है। इसी कड़ी में प्रदेश के अंतर्गत नशे के समूल नाश के लिए कांग्रेस जयराम सरकार से कड़ा कानून बनाने की मांग करने जा रही है।
शिमला (राक्टा): प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र से ठीक पहले कांग्रेस ने नशाखोरी के मुद्दे को लेकर सरकार पर दबाव बनाने की राजनीति शुरू कर दी है। इसी कड़ी में प्रदेश के अंतर्गत नशे के समूल नाश के लिए कांग्रेस जयराम सरकार से कड़ा कानून बनाने की मांग करने जा रही है। 21 अगस्त को कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व में 15 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से मुलाकात करेगा। प्रतिनिधिमंडल में मौजूद पार्टी अध्यक्ष, विधायक व वरिष्ठ पदाधिकारी मुख्यमंत्री से नशे की रोकथाम के लिए सख्त कानून बनाने की मांग करेंगे।
मुख्यमंत्री को सौंपा जाएगा ज्ञापन
इस संबंध में कांग्रेस पार्टी की तरफ से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भी सौंपा जाएगा। इसमें कांग्रेस पार्टी प्रदेश में व्याप्त नशे के कारोबार व नशा माफिया पर कार्रवाई को लेकर अपने सुझाव भी देगी। सूचना के अनुसार 23 अगस्त से शुरू होने जा रहे मानसून सत्र के दौरान भी कांग्रेस मादक द्रव्यों की बढ़ती तस्करी के मुद्दे पर सरकार को सदन में घेरेगी। इसको लेकर पार्टी विधायकों ने होमवर्क करना भी शुरू कर दिया है। बजट सत्र के दौरान भी कांग्रेस ने यह मामला सदन में उठाया था।
ग्रामीण क्षेत्रों में पांव पसार चुका है नशा माफिया
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि नशा राज्य की युवा पीढ़ी को बर्बाद कर रहा है। पंजाब से सटे बॉर्डर के अलावा राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में भी माफिया अपने पांव पसार चुका है। बड़ी संख्या में युवा नशे की गिरफ्त में हैं। नशीली दवाओं का धंधा भी खूब फलफूल रहा है। इस पर समय रहते लगाम कसना अनिवार्य है।
मानसून सत्र में बिल लाए सरकार
उनका कहना है कि चरस-गांजा के अलावा अब सिंथैटिक सहित अन्य नशे भी यहां पहुंच रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह बेहद चिंतनीय है, ऐसे में कांग्रेस मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से मिलकर नशा कारोबारियों को सख्त सजा व नशाखोरी बंद करने के लिए ठोस कदम उठाने की मांग करेगी। उन्होंने कहा कि मानसून सत्र के दौरान सरकार विधानसभा में बिल लाकर कड़ा कानून बनाए।