Edited By Vijay, Updated: 11 Apr, 2019 07:52 PM
किसी भी दल के प्रत्याशी को जीत दिलाने में पार्टी के दिग्गजों व जनाधार वाले नेताओं की अहम भूमिका रहती है लेकिन जब दिग्गज ही अपने प्रत्याशी के प्रचार से दूरी बनाएं तो प्रत्याशी की जीत की राह को आसान कहना न्यायसंगत नहीं होगा। ऐसा कुछ इंदौरा क्षेत्र में...
इंदौरा (अजीज): किसी भी दल के प्रत्याशी को जीत दिलाने में पार्टी के दिग्गजों व जनाधार वाले नेताओं की अहम भूमिका रहती है लेकिन जब दिग्गज ही अपने प्रत्याशी के प्रचार से दूरी बनाएं तो प्रत्याशी की जीत की राह को आसान कहना न्यायसंगत नहीं होगा। ऐसा कुछ इंदौरा क्षेत्र में कांग्रेस के कांगड़ा-चम्बा लोकसभा प्रत्याशी पवन काजल की जनसभाओं में देखने में मिला है। वह इंदौरा के मदोली गांव में जनसभा संबोधित करने तो पहुंचे लेकिन न तो उनके प्रचार में ज्वाली से पूर्व सांसद चंद्र कुमार दिखे और न ही कांगड़ा का कोई पूर्व मंत्री या सांसद उनके साथ दिखा। और तो और साथ लगती विधानसभा नूरपुर से पूर्व विधायक अजय महाजन और इंदौरा के पूर्व में रहे विधायक बोध राज ने भी उक्त कार्यक्रम से किनारा किए रखा।
भाजपा प्रत्याशी के प्रचार में कई दिग्गज नेता साथ
कारण जो भी हों लेकिन बड़े चुनाव में पवन काजल अकेले चुनाव प्रचार करते नजर आ रहे हैं जबकि दूसरी ओर भाजपा के प्रत्याशी किशन कपूर के प्रचार में भाजपा प्रदेश संगठन के नेताओं सहित कई दिग्गज व यहां तक कि कई स्थानों पर खुद मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर प्रचार करते नजर आ रहे हैं। अब यह कांग्रेस को देखना है कि लोकसभा चुनावों में कांगड़ा-चम्बा सीट की दाल कैसे पकानी है।
क्या बोले पूर्व विधायक व पूर्व सांसद
इस संदर्भ में पूर्व विधायक बोध राज ने कहा कि वे अस्वस्थ होने के चलते कार्यक्रम में नहीं आ सके और इसकी सूचना संगठन व पवन काजल को दे दी गई है। पवन काजल उनका कुशलक्षेम पूछने उनके घर आ रहे हैं। वहीं कांग्रेस के प्रदेश महासचिव व पूर्व विधायक अजय महाजन से बात करने पर उन्होंने कहा कि जीत और हार जनता तय करती है और हम हाई प्रोफाइल कुछ करने की अपेक्षा जनता पर निर्भर हैं और सीधे जनता के पास जा रहे हैं। अलबत्ता बड़े नेताओं का मार्गदर्शन प्राप्त कर प्रचार किया जा रहा है। हम अपने - अपने क्षेत्र में सक्रिय हैं। वहीं पूर्व में मंत्री व सांसद रहे चौधरी चंद्र कुमार का कहना है कि वे कांग्रेस की प्रदेश चुनाव प्रचार समिति के सदस्य नहीं हैं।