Edited By Vijay, Updated: 27 Jul, 2018 04:36 PM
चुनावी वर्ष में केंद्र की मोदी सरकार राफेल विमान खरीद के सौदे में दलाली पर घिरती नजर आ रही है। यू.पी.ए. सरकार के दौरान राफेल डील के 3 गुना से ज्यादा बढऩे पर अपने नेता राहुल गांधी के नक्शे कदम पर चलते हुए हिमाचल कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर सवाल खड़े...
शिमला (राजीव): चुनावी वर्ष में केंद्र की मोदी सरकार राफेल विमान खरीद के सौदे में दलाली पर घिरती नजर आ रही है। यू.पी.ए. सरकार के दौरान राफेल डील के 3 गुना से ज्यादा बढऩे पर अपने नेता राहुल गांधी के नक्शे कदम पर चलते हुए हिमाचल कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर सवाल खड़े किए हैं। इसके विरोध में कांग्रेस पार्टी प्रदेशभर के जिला मुख्यालय में 2 अगस्त को धरना-प्रदर्शन करेगी और जिलाधीश के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपेगी।
तीन गुना बढ़ाकर फाइनल की नई डील
उन्होंने कहा कि यू.पी.ए. सरकार के समय में जो राफेल डील 526 की करोड़ कीमत के हिसाब 36 एयर क्राफ्ट की खरीद की हुई थी उसे मोदी सरकार ने फ्रांस सरकार से तीन गुना बढ़ाकर 1670 करोड़ रुपए में फाइनल किया है। नई डील में 1670 करोड़ प्रति विमान के हिसाब से एक विमान पर करीब 11 करोड़ का चूना लगाने के लिए कांग्रेस ने मोदी सरकार पर हमला किया है। सुक्खू ने इस सौदे में मोदी सरकार द्वारा देश को 41,205 करोड़ रुपए का नुक्सान पहुंचाने का आरोप लगाया है।
ट्रक ऑप्रेटरों की हड़ताल से बागवानों को करोड़ों का नुक्सान
उन्होंने ट्रक ऑप्रेटरों की चल रही हड़ताल के चलते पेश आ रही बागवानों की समस्या को भी उठाया और कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर बागवानों के लिए कोई वैकल्पिक व्यवस्था करने को मांग की है ताकि उनका सेब मंडियों तक पहुंच सके क्योंकि हिमाचल के बागवानों को ट्रक हड़ताल से करोड़ों का नुक्सान झेलना पड़ रहा है। उन्होंने जयराम सरकार पर दूरदर्शिता की कमी की बात कही और बताया कि शिमला में पानी की समस्या की तरह सेब बागवानों की समस्या का हश्र न हो इससे पहले सरकार जागे।