Edited By prashant sharma, Updated: 13 Jul, 2020 06:24 PM
हिमाचल प्रदेश में पर्यटकों को प्रवेश की अनुमति दिए जाने के खिलाफ शिमला में कांग्रेस ने सचिवालय का घेराव कर कुछ देर के लिए चक्का जाम किया।
शिमला (योगराज) : हिमाचल प्रदेश में पर्यटकों को प्रवेश की अनुमति दिए जाने के खिलाफ शिमला में कांग्रेस ने सचिवालय का घेराव कर कुछ देर के लिए चक्का जाम किया। कांग्रेस पार्टी ने प्रदेश सरकार पर कोरोना काल में जनविरोधी निर्णय लेने के आरोप लगाए और लोगों राहत देने के बजाय मुसीबत में डालने की बात कही। इस दौरान छोटा शिमला में दोनों तरफ लंबा जाम लग गया। कांग्रेस ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपकर 48 घण्टे के भीतर पर्यटकों को आने को छूट के फ़ैसले को वापिस न लेने की सूरत में प्रदेश व्यापी आंदोलन छेड़ने की चेतावनी दी।
कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने कहा कि प्रदेश सरकार हिमाचल के लोगों के लिए तो वापिस घर आने पर क्वारंटाइन की शर्त लगा रही है जबकि पर्यटकों को हिमाचल में आने की खुली छूट दे रही है जिससे कि प्रदेश में कोरोना का खतरा और अधिक बढ़ रहा है। पर्यटक झूठी नेगेटिव रिपोर्ट और चोरी छिपे हिमाचल में दाखिल हो रहे हैं जिससे संक्रमण का खतरा पैदा हो गया है और लोगों में भय का माहौल है। कांग्रेस पार्टी शुरू से ही प्रदेश सरकार को कोरोना से आगाह करती रही है। पहले ही केंद्र सरकार ने लॉकडाउन देरी से लगाया अब जब मामले बढ़ रहे है तो सरकार ने सीमाएं भी खोल दी है।
सीएम का पलटवार
कांग्रेस के प्रदर्शन पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने पलटवार किया और कहा कि कोरोना काल में कांग्रेस पार्टी को इस तरह की राजनीति करने पर शर्म आनी चाहिए। राजस्थान में कांग्रेस की सरकार है और वहां पर बॉर्डर पर्यटकों के लिए हिमाचल से पहले खोल गया है हिमाचल कांग्रेस को राजस्थान के अपने नेताओं से सीखने की जरूरत है। कांग्रेस ने जो ज्ञापन उन्हें सौंपा है उसको पढ़कर हैरानी होती है। कांग्रेस हिमाचल के लोगों को प्रदेश में लाने का भी विरोध करते रहे है। लेकिन सरकार हिमाचल के लोगों को मरने के लिए नही छोड़ सकती थी। बाकी जहां तक पर्यटकों के लिए खोलने का सवाल है तो लंबे समय तक पर्यटन को बन्द नहीं रखा जा सकता है क्योंकि कई लोगों का रोजगार छीन गया है कारोबार बंद हो गया है ऐसे में उन लोगों को भी राहत दी जानी चाहिए। कांग्रेस में नेता बनने की होड़ लगी है कहीं लंच के बहाने के शक्ति प्रदर्शन हो रहे हैं तो कहीं लंच डिप्लोमेसी हो रही है। कांग्रेस पूरे प्रदेश में दिशाहीन हो गयी है।
कांग्रेस के प्रदर्शन में दिखी अनुशासन की कमी
हालांकि कांग्रेस के प्रदर्शन में अनुशासन की कमी भी देखी गयी। कांग्रेस के कार्यकर्त्ता अपने नेताओं के भाषण के दौरान भी चुप नही रहे लगातार नारेबाजी होती रही। बार बार प्रदेश अध्यक्ष और अन्य वरिष्ठ नेताओं के आग्रह पर भी कार्यकर्त्ता अपने अपने हिसाब से नारेबाजी करते रहे। जिससे कहीं न कहीं प्रदर्शन में भी एकजुटता नहीं दिखी।