Edited By Vijay, Updated: 21 Jun, 2018 08:49 PM
सोलन राज्य स्तरीय शूलिनी मेले को लेकर अनदेखी किए जाने पर स्थानीय विधायक एवं पूर्व मंत्री कर्नल धनीराम शांडिल ने सरकार पर तीखा निशाना साधा। उन्होंने जयराम सरकार पर विपक्षी विधायकों की अनदेखी करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार नियमों और...
शिमला (राक्टा): सोलन राज्य स्तरीय शूलिनी मेले को लेकर अनदेखी किए जाने पर स्थानीय विधायक एवं पूर्व मंत्री कर्नल धनीराम शांडिल ने सरकार पर तीखा निशाना साधा। उन्होंने जयराम सरकार पर विपक्षी विधायकों की अनदेखी करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार नियमों और कायदों के अनुसार काम नहीं कर रही है। विधायक वीरवार को शिमला में आयोजित पत्रकार वार्ता में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि सरकारी कार्यक्रमों में विपक्ष के विधायकों को नहीं बुलाया जा रहा है। उन्होंने चेताते हुए कहा कि कांग्रेस विधायकों की अनदेखी सहन नहीं की जाएगी।
सरकारी अफसरों को लिया आड़े हाथ
इस दौरान विधायक ने सरकारी अफसरों को भी आड़े हाथ लिया। उन्होंने कहा कि कुछ अधिकारी भी अपने कत्र्तव्य को नहीं निभा रहे हैं। उनको समझना चाहिए कि सरकारें बदलती रहती हैं। उनको अपना कार्य निष्पक्ष होकर करना चाहिए। कर्नल शांडिल ने कहा कि उनके विस क्षेत्र सोलन के अंतर्गत होने वाले कार्यक्रमों में भी उनको तरजीह नहीं दी जा रही है। उन्होंने कहा कि शुक्रवार से शुरू होने जा रहे राज्य स्तरीय शूलिनी मेले के कार्ड व कमेटी में स्थानीय विधायक का नाम तक नहीं लिखा गया है जबकि कमेटी का अध्यक्ष स्थानीय विधायक होता था। इतना ही नहीं, कमेटी अध्यक्ष की जिम्मेदारी भी अब डी.सी. को दे दी गई है। इससे पता चलता है कि जयराम सरकार को नौसिखिये चला रहे हैं। इस अवसर पर अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता कुलदीप राठौर भी मौजूद रहे। उन्होंने कहा कि विपक्षी विधायकों की अनदेखी सरकार पर भारी पड़ेगी।
केंद्र सरकार पर भी साधा निशाना
विधायक ने केंद्र सरकार को भी आड़े हाथ लिया। उन्होंने कहा कि केंद्र द्वारा थोपा गया जी.एस.टी. देश के लिए नुक्सान का सौदा साबित हुआ। यू.पी.ए. सरकार ने किसानों की दिक्कतों को समझते हुए 72,000 करोड़ रुपए का कर्ज माफ किया जबकि एन.डी.ए. सरकार में इतना ही पैसा माल्या व नीरव मोदी कंपनी लेकर भाग गई। अयोध्या का मामला जस का तस है। जम्मू-कश्मीर के हालात किसी से छिपे नहीं हैं लेकिन जिस तरह से महबूबा सरकार को गिराने के लिए भाजपा ने अपने कदम पीछे लिए व राज्यपाल को जिम्मा सौंपा, यह सवालों के घेरे में है।
बड़े नेता कुछ बोलें तो चुप रहना चाहिए
कांग्रेस में चल रही गुटबाजी को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में सोनिया गांधी की कोर टीम में रह चुके पूर्व कांग्रेस वर्किंग कमेटी के सदस्य विधायक कर्नल धनीराम शांडिल ने कहा कि बड़े नेता कुछ बोलें तो चुप रहना चाहिए। उन्होंने यह बात इशारों में वीरभद्र और सुक्खू के नाम लिए बगैर ही कही। उन्होंने कहा कि नेताओं में शालीनता का होना जरूरी है। एक अन्य सवाल के जवाब में शिमला से सांसद रह चुके शांडिल ने कहा कि यदि हाईकमान चाहेगा कि वह शिमला संसदीय क्षेत्र से चुनाव लड़ें तो वह इसके लिए तैयार हंै।
सी.एम. को लिखा पत्र, सदन में उठेगा मामला
विधायक ने कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर अपनी व्यथा बताने की कोशिश की है। उन्होंने कहा कि विपक्ष के विधायकों की अनदेखी का मामला विधानसभा में भी उठाया जाएगा। शुक्रवार से शुरू होने जो रहे मेले का शुभारंभ सी.एम. जयराम ठाकुर करेंगे।