आनंद शर्मा का केंद्र सरकार पर बड़ा हमला, कहा-दूसरे देश में वोट मांगने वाले पहले PM हैं मोदी

Edited By kirti, Updated: 01 Oct, 2019 05:22 PM

congress leader anand sharma

कांग्रेस पार्टी ने देश में चल रहे आर्थिक स्लोडाउन को लेकर मंथन किया और केंद्र सरकार कि आर्थिक नीतियों को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया। शिमला में कांग्रेस ने एक आर्थिक स्लोडाउन को लेकर सम्मलेन किया। जिसमे कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने केंद्र सरकार को जमकर...

शिमला(योगराज) : कांग्रेस पार्टी ने देश में चल रहे आर्थिक स्लोडाउन को लेकर मंथन किया और केंद्र सरकार कि आर्थिक नीतियों को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया। शिमला में कांग्रेस ने एक आर्थिक स्लोडाउन को लेकर सम्मलेन किया। जिसमे कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने केंद्र सरकार को जमकर खरी खोटी सुनाई। उन्होंने कहा कि देश में आजादी के बाद सबसे ज्यादा बेरोजगारी बढ़ी और आज हिंदुस्तान की साख गिर गई है। देश के आर्थिक हालात बेहद खराब चल रहे हैं। देश मे इस वक्त ऐसी सरकार है जिसके पास ना तो कोई नीति है और ना ही देश को आगे ले जाने के लिए कोई विजन है।
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उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनावों से पहले पुलवामा और बालाकोट के बाद देश के असली मुद्दे दब गए। उन्होंने कहा कि जानबूझकर भाजपा ने राष्ट्रवाद का मुद्दा चला कर देश के लोगों को गुमराह किया और लोगों से वोट लिए। सरकार में मंत्रियों के पास अधिकार नहीं है। मनमोहन की सरकार में देश की जीडीपी 480 बिलियन डॉलर के आसपास थी। दुनिया के अंदर जब पहली औद्योगिक क्रांति उस समय भारत ने दुनिया मे सबसे तेजी से जीडीपी को 4 गुणा वृद्धि दर्ज की थी। देश का सबसे महंगा यह लोकसभा चुनाव हुआ है। उन्होंने कहा कि 70 हजार करोड़ रुपए इस चुनाव में खर्चे गए है। जिसमें 60 हजार करोड़ रुपए भाजपा ने खर्च किया है। देश मे राजस्व टूटा, विदेशी निवेश टूटा 33 % से 26% रह गया।
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उन्होंने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पर सहानुभूति जताते हुए कहा कि वित्त मंत्री को इकनॉमी की जानकारी नहीं है। बेरोजगारी दर 20 और 22 % है जो कांग्रेस की सरकार के समय मे 8 %फीसदी थी। भारत के रुपये की कीमत डॉलर के मुकाबले में दुनिया भर में पहली बार सबसे ज्यादा गिरा है। जीएसटी के गलत इम्पलीमेंट की वजह से कारोबार बंद हो गए।ऑटोमोबाइल सेक्टर में लाखों लोगों के रोजगार चले गए। 25 % टेक्सटाइल मिल बंद हो गई है। कंपनियों ने डूबने से बचाने की अपील की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमरीका में जाकर कहते है कि भारत के आर्थिक हालात बहुत अच्छे है। इससे जाहिर होता हैं कि कितने देश के प्रधानमंत्री संवेदनहीन है। 8 नवंबर 2016 को प्रधानमंत्री मोदी ने नोटबन्दी का गलत फैसला लेकर देश की अर्थव्यवस्था पर बड़ा प्रहार किया था।
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कृषि के भी हालत दयनीय है किसान तली मिर्च के साथ रोटी खा रहे हैं हर रोज किसान आत्महत्या की घटनाएं बढ़ रही है।जीएसटी 18% से ज्यादा नहीं होना चाहिए था आज भी कांग्रेस यही बात कर रही है। रोजमर्रा की चीजों में टैक्स नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि लोगों का 1 लाख 76 हजार करोड़ रुपया सरकार ने रिजर्व बैंक से छीना है जो देश मे विपदा के समय इस्तेमाल होना था अब अगर देश पर कोई संकट आएगा तो देश का क्या होगा।देश की हर संस्था को कमजोर करने का भाजपा ने काम किया है। भाजपा आज अहंकार में है उनको सोचना चाहिए और सोच समझ कर निर्णय लिया लेना चाहिए।देश की जनता ज्यादा वक्त तक इसे सहन नहीं करेगी।कभी किसी देश के प्रधानमंत्री ने दूसरे देश में जाकर चुनावों में प्रचार किया हो। सभी को मनमुटाव भूल कर एकजुट होकर केंद्र की सरकार के खिलाफ आगे होना होगा।


 

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