Edited By Vijay, Updated: 22 Dec, 2018 09:23 PM
मैडीकल कॉलेज अस्पताल नाहन में करोड़ों रुपए आधारभूत ढांचे के नाम पर खर्च किए जा रहे हैं। इसके अलावा रोगियों की सुविधा के लिए साजो-सामान व लाखों रुपए की दवाइयां खरीदी जा रही हैं लेकिन जगह की कमी के चलते मैडीकल कॉलेज के फीमेल सर्जिकल वार्ड के बरामदे...
नाहन: मैडीकल कॉलेज अस्पताल नाहन में करोड़ों रुपए आधारभूत ढांचे के नाम पर खर्च किए जा रहे हैं। इसके अलावा रोगियों की सुविधा के लिए साजो-सामान व लाखों रुपए की दवाइयां खरीदी जा रही हैं लेकिन जगह की कमी के चलते मैडीकल कॉलेज के फीमेल सर्जिकल वार्ड के बरामदे में लाखों रुपए की दवाइयां, जिनमें महंगी जीवनरक्षक दवाइयां भी शामिल हैं, उनके साथ अन्य साजो-सामान अटा पड़ा है जबकि यह सारा सामान स्टोर में होना चाहिए। वहीं अस्पताल प्रबंधन स्टोर न होने की बात कहकर पल्ला झाड़ रहा है। प्रबंधन का कहना है कि मैडीकल कॉलेज खुलने के बाद बड़े स्टोर नहीं बने हैं। वर्तमान में उपलब्ध 2 पुरानी इमारतों में बने स्टोर में क्षमता से ज्यादा दवाइयां व साजो-सामान भरा है, जिसके चलते शेष सामान मजबूरन बरामदे में रखना पड़ रहा है।
दवाइयों की सुरक्षा पर उठे सवाल
प्रबंधन का कहना है कि अस्पताल के हर गेट पर सिक्योरिटी तैनात है। सवाल यह है कि रात कोअंधेरे में सिक्योरिटी भी क्या कर लेगी क्योंकि बरामदे के सारे गेट रोगियों की आवाजाही के लिए खुले रहते हैं। बरामदे में रखा गया दवाइयों का स्टॉक खुला पड़ा है। अगर कोई शरारती तत्व हाथ साफ कर ले या फिर अंधेरे का फायदा उठाकर पेटियां गायब कर दे तो पता भी नहीं चलेगा।
व्हील चेयर व ट्रॉली निकलना मुश्किल
प्रबंधन ने जिस बरामदे में दोनों ओर दवाइयों की पेटियां व अन्य साजो-सामान रखा है, वहां से लगातार आवाजाही रहती है। आरोप है कि रोगियों को लेकर आने वाले व्हील चेयर व खाना आदि वितरित करने वाली ट्रॉलियां यहां मुश्किल से निकल पा रही हैं। रोगी व अभिभावक तो परेशान हो ही रहे हैं, साथ ही स्टाफ की भी कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
क्या बोले मैडीकल अधीक्षक
मैडीकल कॉलेज अस्पताल नाहन के मैडीकल अधीक्षक डा. डी.डी. शर्मा ने कहा कि मैडीकल कालेज खुलने के बाद नए स्टोर अभी नहीं बने हैं। पुरानी इमारत के 2 स्टोर ही उपलब्ध हैं जोकि पहले से भरे पड़े हैं, ऐसे में बचे हुए स्टॉक जिनमें दवाइयां व अन्य साजो-सामान है, उसको बरामदे में ही रखना पड़ रहा है।