छात्र अभिभावक मंच के आंदोलन के बाद जागा शिक्षा विभाग, निजी स्कूलों की मॉनीटरिंग को कमेटी गठित

Edited By Vijay, Updated: 09 Apr, 2019 07:01 PM

committee formed to monitoring of private schools

छात्र अभिभावक मंच द्वारा शिक्षा विभाग के खिलाफ महाधरने व एक महीने से चल रहे आंदोलन के फलस्वरूप निजी स्कूलों को मॉनीटर करने के लिए शिक्षा निदेशक ने बहुप्रतीक्षित कमेटी का गठन कर दिया। यह कमेटी त्रिस्तरीय होगी, जिसमें 3 संयुक्त शिक्षा निदेशकों की...

शिमला (योगराज): छात्र अभिभावक मंच द्वारा शिक्षा विभाग के खिलाफ महाधरने व एक महीने से चल रहे आंदोलन के फलस्वरूप निजी स्कूलों को मॉनीटर करने के लिए शिक्षा निदेशक ने बहुप्रतीक्षित कमेटी का गठन कर दिया। यह कमेटी त्रिस्तरीय होगी, जिसमें 3 संयुक्त शिक्षा निदेशकों की अध्यक्षता में टीमें गठित की गई हैं। इन 3 कमेटियों की अध्यक्षता संयुक्त शिक्षा निदेशक सोनिया ठाकुर, के.डी. शर्मा व दीक्षा मल्होत्रा करेंगे। इसमें से 2 कमेटियों ने अपना कार्य शुरू करते हुए शिमला शहर से निजी स्कूलों की इंस्पैक्शन का कार्य प्रारंभ कर दिया है।

शिमला शहर के निजी स्कूलों में खंगाला रिकॉर्ड

सबसे पहले शिमला शहर के निजी स्कूलों को कार्रवाई के लिए चिन्हित किया गया है। इसी क्रम में संयुक्त शिक्षा निदेशक सोनिया ठाकुर ने तारा हॉल व चेप्सली स्कूलों का रिकॉर्ड खंगाला। संयुक्त शिक्षा निदेशक के.डी. शर्मा ने डी.ए.वी. न्यू शिमला व सरस्वती पैराडाइज स्कूल का रिकॉर्ड खंगाला। इसी तर्ज पर प्रदेशभर के स्कूलों में यह कार्रवाई तुरन्त शुरू होगी ताकि निजी स्कूलों की मनमानी, लूट व भारी फीसों पर शिकंजा कसा जा सके।

मंच के संयोजक ने किया स्वागत, चेतावनी भी दी

मंच के संयोजक विजेंद्र मेहरा ने खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि पहली बार संयुक्त शिक्षा निदेशक स्तर के अधिकारी स्कूल विजिट कर रहे हैं व पूरा रिकॉर्ड खंगाल रहे हैं। उन्होंने शिक्षा विभाग के इस कदम का स्वागत किया तथा साथ ही चेतावनी भी दी है कि केवल कागज काले करने व इंस्पैक्शन की औपचारिकता से काम नहीं चलेगा। निजी स्कूलों पर कार्रवाई धरातल पर दिखनी चाहिए।

दोनों बैठक की कार्यवाही के बिंदु किए जाएं नोटिफाई

उन्होंने कहा कि 18 मार्च, 2019 की तर्ज पर 8 अप्रैल, 2019 की बैठक की कार्यवाही के बिंदु तुरन्त नोटिफाई किए जाएं। यह भी सुनिश्चित किया जाए कि इन दोनों दिनों में अभिभावकों व शिक्षा निदेशालय के अधिकारियों के मध्य बनी सहमति के आधार पर कार्रवाई शुरू हो। इन निर्णयों पर देरी किसी भी रूप में बर्दाश्त नहीं कि जाएगी। उन्होंने शिक्षा निदेशालय के अधिकारियों को दोटूक कहा कि जब तक फीसों के संदर्भ में रिजल्ट सामने नहीं आते तब तक आंदोलन जारी रहेगा। मंच ने इस बार आर-पार की लड़ाई लडऩे का पूरा मन बनाया हुआ है।

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