Edited By Ekta, Updated: 29 Jul, 2019 10:51 AM
शिक्षा विभाग ने कॉलेज प्राध्यापकों की बायोमीट्रिक मशीन में हाजिरी लगाने संबंधी प्रस्ताव तैयार कर सरकार को मंजूरी के लिए भेज दिया है। इस दौरान विभाग ने कालेज प्राध्यापकों की बायोमीट्रिक मशीन में 5 घंटे की हाजिरी तय की है। यानी कि कॉलेज प्राध्यापकों...
शिमला (प्रीति): शिक्षा विभाग ने कॉलेज प्राध्यापकों की बायोमीट्रिक मशीन में हाजिरी लगाने संबंधी प्रस्ताव तैयार कर सरकार को मंजूरी के लिए भेज दिया है। इस दौरान विभाग ने कालेज प्राध्यापकों की बायोमीट्रिक मशीन में 5 घंटे की हाजिरी तय की है। यानी कि कॉलेज प्राध्यापकों का कॉलेज में 5 घंटे रहना अनिवार्य होगा। उनकी हाजिरी भी इसी तय समय के मुताबिक लगेगी। यू.जी.सी. के नार्मस के तहत भी उक्त प्राध्यापकों की कॉलेज में 5 घंटे की उपस्थिति अनिवार्य है। शिक्षा विभाग ने यू.जी.सी. के नार्मस के मुताबिक ही ये प्रपोजल तैयार किया है। इसके अलावा इसमें कॉलेज प्रधानाचार्य और कालेज प्राध्यापक संघ के पदाधिकारियों के सुझाव भी लिए गए हैं। यदि सरकार इस प्रपोजल को मंजूरी देती है तो कॉलेज शिक्षकों को इसमें 8 घंटे की ड्यूटी नहीं करनी पड़ेगी।
कॉलेज शिक्षक कर रहे थे विरोध
कॉलेज प्राध्यापक सुबह 10 व शाम 5 बजे बायोमीट्रिक मशीनों में हाजिरी लगाने का विरोध कर रहे थे। उनका कहना था कि यह समय सभी प्राध्यापकों के लिए उपयुक्त नहीं है। कॉलेज प्राध्यापकों को कभी सुबह 8 बजे भी कॉलेज आना पड़ता है, तो कभी वह शाम 7 बजे भी कॉलेज से घर जाते हैं, ऐसे में कॉलेज आने पर सुबह 10 व सायं 5 बजे बायोमीट्रिक मशीनों में हाजिरी लगाना उन्हें मंजूर नहीं है। उनका कहना है कि कालेज में वह कई बार 10 घंटे की भी ड्यूटी देते हैं, जबकि उनकी हाजिरी केवल 8 घंटे ही लग रही है, ऐसे में प्राध्यापकों ने सरकार से इस समय में बदलाव करने की मांग की थी। इसके बाद शिक्षा विभाग ने मामले पर यू.जी.सी. के नियमों को खंगाला और शिक्षकों की राय से ये प्रपोजल तैयार किया।
सरकार को भेजा प्रपोजल: राकेश भारद्वाज
उच्च शिक्षा विभाग के संयुक्त निदेशक राकेश भारद्वाज ने बताया कि इस संबंध में प्रपोजल तैयार कर सरकार को भेज दिया गया है। अब सरकार इसमें अंतिम फैसला लेगी। उन्होंने कहा कि इसको लेकर हाल ही में बैठक की थी, जिसमें कॉलेज प्रधानाचार्य, प्राध्यापक और कॉलेज कैडर के प्राध्यापक संघ के पदाधिकारी मौजूद रहे।