Edited By Ekta, Updated: 08 Jul, 2019 10:05 AM
प्रदेश सरकार अब स्काई वन हैलीकॉप्टर की सेवाएं लेगी। यह निर्णय पहले सेवाएं देने वाली पवन हंस कंपनी के सरकार की उम्मीदों पर खरा न उतरने के कारण लिया गया है। नई कंपनी प्रति घंटा हैलीकॉप्टर की उड़ान भरने के लिए कम दाम भी लेगी। इससे पहले सरकार पवन हंस...
शिमला (कुलदीप): प्रदेश सरकार अब स्काई वन हैलीकॉप्टर की सेवाएं लेगी। यह निर्णय पहले सेवाएं देने वाली पवन हंस कंपनी के सरकार की उम्मीदों पर खरा न उतरने के कारण लिया गया है। नई कंपनी प्रति घंटा हैलीकॉप्टर की उड़ान भरने के लिए कम दाम भी लेगी। इससे पहले सरकार पवन हंस हैलीकॉप्टर की सेवाएं ले रही थी लेकिन समझौते के अनुसार उसकी सेवाएं नहीं मिल पाईं। पवन हंस का हैलीकॉप्टर खराबी के कारण अन्नाडेल में खड़ा रहा। इस कारण सरकार को आवश्यकता पडऩे पर वायुसेना से लेकर निजी कंपनी के हैलीकॉप्टर की सेवाएं लेनी पड़ीं। इस तरह पवन हंस ने समझौते की अवहेलना की जिसके परिणामस्वरूप सरकार उस पर पैनल्टी लगाने की तैयारी में है।
सूत्रों के अनुसार सरकार ने मौजूदा हालात को देखते हुए नियमित उड़ान भरने के लिए स्काई वन की सेवाएं लेने का निर्णय लिया है। इसके लिए बाकायदा निविदा प्रक्रिया को भी अपनाया गया। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को जनवरी 2020 में नया 17 सीटर हेलीकॉप्टर मिलेगा। बार-बार हेलीकॉप्टर खराब होने और सेवाओं से नाखुश सरकार ने पवन हंस कंपनी के बजाय अब स्काई वन को टेंडर दिया है। इस प्रक्रिया के पूरा होने के बाद ही नए सिरे से सरकार समझौता करने की स्थिति में पहुंची। अब नए हैलीकॉप्टर की सेवाएं सरकार को आगामी 6 माह में उपलब्ध हो सकेंगी।
नई सेवाओं के कम दाम पर मिलने से अब छोटे हैलीकॉप्टर की सेवाएं लेने पर भी विचार किया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि लोकसभा चुनाव से पहले पवन हंस हैलीकॉप्टर खराब हो गया था। इसके बाद सरकार को इसकी सेवाएं उपलब्ध नहीं हो पाई थीं। बार-बार हेलीकॉप्टर खराब होने और सेवाओं से नाखुश सरकार ने पवन हंस कंपनी के बजाय अब स्काई वन को टेंडर दिया है। यह कंपनी छह महीने के भीतर प्रदेश सरकार के लिए हेलीकॉप्टर उपलब्ध करेगी। सचिवालय सामान्य प्रशासन की ओर से किए गए टेंडर में दो कंपनियों ने भाग लिया था, जिनमें स्काई वन का रेट कम थे।