Edited By Punjab Kesari, Updated: 07 Aug, 2017 06:59 PM
मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि भाजपा मुझे हटाने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा रही है, लेकिन मुझेे हटाना तो दूर मेरा पैर भी नहीं हिला सकती।
ऊना : मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि भाजपा मुझे हटाने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा रही है, लेकिन मुझेे हटाना तो दूर मेरा पैर भी नहीं हिला सकती। सीएम ने कहा कि मोदी सरकार और जेटली जैसे लोगों ने मुझ पर राजनीतिक दबाव बनाने के मकसद से जांच एजैंसियों को मेरे पीछे लगाया है लेकिन मैं इन षड्यंत्रों से झुकने वाला नहीं हूं। प्रदेश के ऊना जिले के मैहतपुर-बसदेहड़ा में जनसभा में मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि भाजपा के लोग झूठे आरोप लगाकर मुझे पिछले काफी समय से तंग करने में लगे हुए हैं और किसी भी तरह से मुझे सत्ता से हटाना चाहते हैं। मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने मैहतपुर में अपने भाषण की शुरूआत अपनी आत्मकथा से की और संगठन से जुड़े रहकर पार्टी को ऊपर उठाया इसकी विस्तार से चर्चा की। सीएम ने कहा कि जब वे संगठन से जुड़े थे तब अध्यक्ष मनोनीत नहीं होता था। चुनाव जीतकर अध्यक्ष चुना जाता था। संगठन में वही जीतता है जो जनता से जुड़ा होता है।
इन लोगों के आग्रह पर रखा सियासत में कदम...
भाजपा अध्यक्ष सतपाल सत्ती पर तंज कसते हुए सीएम ने कहा कि सत्ती युवा नेता हैं एक पार्टी के अध्यक्ष हैं। लेकिन उनमें सभ्यता व शिष्टाचार नाम की कोई चीज नहीं है। जिनके बड़े नेता ऐसे हों उनकी मंडली में इसी तरह के लोग फिट बैठ सकते हैं। उन्होंने कहा कि वह राजनीति में नहीं आना चाहते थे, बल्कि दिल्ली विवि में प्रोफैसर बनना चाहते थे लेकिन नेहरू, शास्त्री और इंदिरा के आग्रह पर उन्होंने सियासत का रास्ता चुना। उन्होंने कहा कि 55 साल की राजनीति के बाद भी उनको मौका मिला तो वह बिना पद के भी जनता की सेवा करेंगे। वह किसी का बुरा नहीं चाहते लेकिन जिन्होंने उकने साथ बुरा किया भगवान उन्हें माफ करे। इस मौके पर सीएम के साथ उद्योग मंत्री मुकेश अग्रिहोत्री, वन मंत्री ठाकुर सिंह भरमौरी, राज्य वित्त आयोग अध्यक्ष कुलदीप कुमार, जिलाध्यक्ष वीरेंद्र धर्माणी, पीसीसी सदस्य सतपाल रायजादा मौजूद रहे।