CM बोले-जंजैहली, पौंग बांध, चांशल व बीड़-बिलिंग में होगा पर्यटन विकास

Edited By Vijay, Updated: 04 Jul, 2019 11:07 PM

cm jairam thakur

जंजैहली, पौंग बांध, चांशल और बीड़-बिलिंग में पर्यटन अधोसंरचना का स्तरोन्नयन होगा। प्रदेश सरकार जंजैहली क्षेत्र को ईको पर्यटन की दृष्टि से, बीड़-बिलिंग को पैराग्लाइडिंग और साहसिक खेलों के गंतव्य के रूप में, पौंग बांध को जल क्रीड़ा गंतव्य और जिला...

शिमला: जंजैहली, पौंग बांध, चांशल और बीड़-बिलिंग में पर्यटन अधोसंरचना का स्तरोन्नयन होगा। प्रदेश सरकार जंजैहली क्षेत्र को ईको पर्यटन की दृष्टि से, बीड़-बिलिंग को पैराग्लाइडिंग और साहसिक खेलों के गंतव्य के रूप में, पौंग बांध को जल क्रीड़ा गंतव्य और जिला शिमला के चांशल क्षेत्र को शीतकालीन खेलों तथा स्कीइंग के पसंदीदा गंतव्य के रूप में विकसित करेगी। यह बात मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने वीरवार को ‘नई राहें, नई मंजिलें’ योजना पर एक प्रस्तुतीकरण की अध्यक्षता करते हुए कही। उन्होंने कहा कि शिमला, कुल्लू-मनाली व धर्मशाला जैसे पर्यटन स्थलों पर दबाव कम करने की दृष्टि से राज्य सरकार ने इस महत्वाकांक्षी योजना को आरंभ किया है। योजना के माध्यम से पर्यटकों के लिए विश्व स्तरीय अधोसंरचना का विकास किया जाएगा ताकि पर्यटकों को इन अनछुए क्षेत्रों की ओर आकर्षित किया जा सके।

पौंग बांध ‘रैमसार साइट’ घोषित, 15 लॉग हट्स बनाए जाएंगे

मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘नई राहें, नई मंजिलें’ योजना के अंतर्गत जिला शिमला के चांशल क्षेत्र को भी शीतकालीन खेलों के गंतव्य के रूप में विकसित किया जा रहा है। कांगड़ा क्षेत्र में स्थित पौंग बांध को ‘रैमसार साइट’ घोषित किया गया है जो पक्षियों को देखने वालों के लिए विश्व विख्यात स्थल है। मुख्यमंत्री कहा कि आगंतुकों को सुविधा प्रदान करने के लिए पौंग बांध में 14 व्यक्तियों के बैठने की क्षमता वाली 2 नाव उपलब्ध करवाई गई हैं तथा शीघ्र ही 2 अतिरिक्त नाव उपलब्ध करवाई जाएंगी। उन्होंने कहा कि इस स्थान को विकसित करने के लिए तथा आगंतुकों को आरामदायक ठहराव सुविधा प्रदान करने के दृष्टिगत लगभग 15 लॉग हट्स बनाए जाएंगे। इस स्थान को पर्यटक मित्र बनाने के लिए यहां पर नेचर ट्रेल और बर्ड व्यू प्वाइंट्स का निर्माण भी किया जाएगा।

बीड़-बिलिंग में 8 करोड़ से होगा पैराग्लाइडिंग केंद्र का विकास

मुख्यमंत्री ने कहा कि बीड़-बिलिंग में 8 करोड़ रुपए की लागत से पैराग्लाइडिंग केंद्र का विकास किया जाएगा। इसके अतिरिक्त साहसिक गतिविधियों के प्रेमियों की सुविधा के लिए पुराने ट्रैकिंग मार्गों, विश्राम स्थलों और अन्य आराम सुविधाओं को सुदृढ़ किया जाएगा। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में लगभग 10 ट्रैकिंग मार्गों को विकसित करने के लिए 4.20 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। जयराम ठाकुर ने कहा कि जंजैहली में नामी होटल चेन क्लब महेंद्रा ने 50 करोड़ रुपए का निवेश कर एक रिजॉर्ट विकसित करने पर सहमति व्यक्त की है। इसके अतिरिक्त क्षेत्र में 25 करोड़ रुपए की लागत से ईको पर्यटन संबंधी सुविधाएं विकसित की जाएंगी जिनमें कैंपिंग स्थल, ट्रैकिंग मार्ग, नए स्थलों, मौजूदा वन विश्राम गृहों का स्तरोन्नयन व नवीकरण तथा पर्यटकों के लिए लॉग हट्स का निर्माण शामिल हैं।

कैंपिंग स्थल होंगे विकसित

देवीधार, पंजैन और बीजाही आदि में कैंपिंग स्थलों को विकसित किया जाएगा। इसके अलावा बांदल में प्रस्तावित बगलामुखी नेचर पार्क में एक इंटरप्रेटेशन केंद्र स्थापित किया जाएगा। क्षेत्र में कैकटस उद्यान, रज्जू मार्ग, नेचर वॉक और रॉक क्लाइंबिंग सुविधाएं भी विकसित की जाएंगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि मंडी से मनाली मार्ग पर पंडोह के समीप लॉग हट्स बनाए जाएंगे।

Related Story

Trending Topics

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!