Edited By Vijay, Updated: 27 Jan, 2020 04:32 PM
किसी भी राज्य का विकास उसके शिक्षित व पेशेवर युवा वर्ग के सहयोग पर निर्भर करता है। अगर राज्य का युवा वर्ग पढ़ा-लिखा और पेशेवर हो तो राज्य का विकास होना स्वाभाविक है। इसी के चलते हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने विदेशों व अन्य राज्यों में...
शिमला: किसी भी राज्य का विकास उसके शिक्षित व पेशेवर युवा वर्ग के सहयोग पर निर्भर करता है। अगर राज्य का युवा वर्ग पढ़ा-लिखा और पेशेवर हो तो राज्य का विकास होना स्वाभाविक है। इसी के चलते हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने विदेशों व अन्य राज्यों में कार्यरत प्रदेश के शिक्षित व पेशेवरों युवाओं से राज्य के विकास में योगदान करने का आग्रह किया है। यह आग्रह मुख्यमंत्री ने अपने सरकारी आवास ओक ओवर में शिमला के 2 युवाओं उद्यमियों सिद्धार्थ लखनपाल और गौतमी श्रीवास्तव से भेंट के दौरान किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने युवाओं को प्रोत्साहित करने के लिए मुख्यमंत्री स्टार्टअप योजना सहित कई अन्य योजनाएं शुरू की हैं जोकि राज्य की ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए कार्य कर रही हैं।
मुख्यमंत्री से भेंट करने आई गौतमी श्रीवास्तव ने अपनी स्नातकोत्तर डिग्री यूके के ससेक्स विश्वविद्यालय से प्राप्त की है जबकि सिद्धार्थ लखनपाल ने डिवैल्पमैंट स्टडीज में अम्बेदकर विश्वविद्यालय दिल्ली से स्नातकोत्तर की डिग्री प्राप्त की। अपने उद्यम को शुरू करने के लिए गौतमी ने नीति आयोग से नौकरी छोड़ी है और सिद्धार्थ ने दिल्ली के मानव विकास संस्थान को छोड़ा है। उनके स्टार्टअप का उद्देश्य जीविका उत्थान के माध्यम से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त करना है। इस दौरान उन्होंने अपने उद्यम के बारे में मुख्यमंत्री को अवगत भी करवाया।