Edited By kirti, Updated: 30 Aug, 2019 03:08 PM
हिमाचल सरकार एक तरफ तो कर्ज में डूबी हुई है वहीं दूसरों ओर वह माननीयों पर महरबान होती हुई दिकाई दे रही है। जहां अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, मंत्रियों और विधायकों के वेतन-भत्ते फिर बढ़ाए जा रहे हैं। शुक्रवार को विधानसभा सदस्यों के भत्ते और पेंशन संशोधन...
शिमला : हिमाचल सरकार एक तरफ तो कर्ज में डूबी हुई है वहीं दूसरों ओर वह माननीयों पर महरबान होती हुई दिकाई दे रही है। जहां अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, मंत्रियों और विधायकों के वेतन-भत्ते फिर बढ़ाए जा रहे हैं। शुक्रवार को विधानसभा सदस्यों के भत्ते और पेंशन संशोधन विधेयक 2019, अध्यक्ष और उपाध्यक्ष वेतन (संशोधन) विधेयक 2019 व मंत्रियों के वेतन और भत्ता संशोधन विधेयक सदन में पेश किया गया। यह सभी विधेयक विधानसभा के माननीयों से जुड़े हैं। इस बारे में सदन में दो मिनट के अंदर तीन बिल पेश किए गए।
जिसे जयराम ठाकुर की ओर से प्रस्तुत किया गया और चर्चा के बाद ये बिल शनिवार को पास किए जाएंगे। बता दें कि इस बिल के पारित होने के बाद विधायकों को हर साल मिलने वाले यात्रा भत्ता अढ़ाई लाख की जगह 4 लाख मिलेगा। ऐसे ही पूर्व विधायकों का यात्रा भत्ता डेढ़ लाख से बढ़कर दो लाख हो जाएगा। संशोधित बिल में सभी विधायकों व पूर्व विधायकों का यात्रा भत्ता बढ़ाने का प्रस्ताव है।