Edited By Ekta, Updated: 22 Feb, 2019 05:41 PM
सीएम जयराम ठाकुर के गृह जिला मंडी का नाम भविष्य में बदला जाएगा और इसे इसके प्राचीन नाम से ही जाना जाएगा। खुद सीएम जयराम ठाकुर ने इस बात के संकेत दिए हैं। मंडी जिला के द्रंग विधानसभा क्षेत्र के नारला में आयोजित जनसभा के दौरान सीएम जयराम ठाकुर ने नाम...
मंडी (नीरज): सीएम जयराम ठाकुर के गृह जिला मंडी का नाम भविष्य में बदला जाएगा और इसे इसके प्राचीन नाम से ही जाना जाएगा। खुद सीएम जयराम ठाकुर ने इस बात के संकेत दिए हैं। मंडी जिला के द्रंग विधानसभा क्षेत्र के नारला में आयोजित जनसभा के दौरान सीएम जयराम ठाकुर ने नाम परिवर्तन को लेकर बड़ी बात कही। उन्होंने कहा कि बहुत से लोगों के उनके पास ऐसे सुझाव आए हैं कि मंडी शहर के नाम को बदला जाए क्योंकि यह मंडी नाम का जहां भी जिक्र किया जाता है तो फिर हर कोई मार्किट के बारे में ही सोचता है। सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि वह खुद इस बात के पक्षधर हैं कि मंडी शहर के नाम को बदला जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि मंडी को मूलत: मांडव्य ऋषि की तपोस्थली कहा जाता है। किसी जमाने में मंडी का जिक्र हुआ और वक्त के साथ-साथ इसका नाम मंडी पड़ गया।
पहले मांडव ऋषि की नगरी के नाम से जाना जाता था शहर को
उन्होंने कहा कि आज इतिहास के प्राचीन नाम को फिर से उजागर करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि मांडव्य ऋषि की तपोस्थली का नाम क्या होना चाहिए इसका फैसला खुद मंडी जिला की जनता करे। उन्होंने कहा कि अगर जनता मंडी का नाम बदलने की पक्षधर होगी और इस संदर्भ में जनमत आएगा तो ही सरकार इस दिशा में आगे बढ़ेगी। बता दें कि मंडी शहर में 81 प्राचीन मंदिर मौजूद हैं जिनपर प्राचीन समय की नक्काशी की गई है। इन मंदिरों की संख्या के कारण ही इसे छोटी काशी भी कहा जाता है। हालांकि यह बात सही है कि यह मांडव्य ऋषि की तपोस्थली रही है और उन्हीं की नगरी भी है। सरकार अब इस शहर के नाम को बदलने पर विचार करने लगी है और यह भविष्य में ही तय हो पाएगा कि सरकार इसका नाम बदल पाती है या नहीं। अगर ऐसा हुआ तो शायद प्रदेश के इतिहास में यह पहला मौका होगा जब किसी जिला का नाम बदला जाएगा।