Edited By kirti, Updated: 27 Nov, 2018 11:06 AM
बहुचर्चित छात्रवृत्ति घोटाले की जांच सी.बी.आई. को सौंपने में अभी कुछ समय लग सकता है। सोमवार को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने इस केस की फाइल गृह विभाग को उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए, जिसके बाद सूत्रों के अनुसार गृह विभाग ने संबंधित फाइल मुख्यमंत्री...
शिमला : बहुचर्चित छात्रवृत्ति घोटाले की जांच सी.बी.आई. को सौंपने में अभी कुछ समय लग सकता है। सोमवार को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने इस केस की फाइल गृह विभाग को उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए, जिसके बाद सूत्रों के अनुसार गृह विभाग ने संबंधित फाइल मुख्यमंत्री कार्यालय को उपलब्ध करवा दी है। सूचना के अनुसार करीब 250 करोड़ रुपए के कथित छात्रवृत्ति घोटाले की सी.बी.आई. जांच करवाने के लिए कोई औपचारिकताएं छूट न जाए, उसको देखते हुए केस की पूरी फाइल मांगी गई।
यह मामला CBI को भेजा जा सकता है
छात्रवृत्ति घोटाले में बीते 17 नवम्बर को शिक्षा विभाग ने छोटा शिमला पुलिस स्टेशन में एफ.आई.आर. दर्ज करवाई थी। इसके बाद विभाग ने नए सिरे से पूरा रिकार्ड गृह विभाग को उपलब्ध करवाया था। सूत्रों की मानें तो मुख्यमंत्री के मंडी दौरे से वापस आते ही यह मामला सी.बी.आई. को भेजा जा सकता है। सूत्रों के अनुसार प्रदेश के 26 से अधिक निजी शिक्षण संस्थान इस कथित घोटाले को लेकर शक के घेरे में हैं। शिक्षा विभाग की जांच रिपोर्ट के अनुसार 80 फीसदी छात्रवृत्ति का बजट सिर्फ निजी संस्थानों में बांटा गया, जबकि सरकारी संस्थानों को छात्रवृत्ति के बजट का मात्र 20 फीसदी हिस्सा मिला।