Edited By Ekta, Updated: 07 Dec, 2018 03:34 PM
शिमला में नगर निगम शिमला द्वारा चलाए जा रहे स्वच्छता सर्वेक्षण अभियान असफल नजर होते आ रहा है शहर में फिर से सफाई व्यवस्था पूरी तरह से बिगड़ सकती है। निगम में शहर की सफाई व्यवस्था का जिम्मा सम्भाल रही सैहब सोसायटी के कर्मचारी एक बार फिर अपनी मांगों कक...
शिमला (ब्यूरो): शिमला में नगर निगम शिमला द्वारा चलाए जा रहे स्वच्छता सर्वेक्षण अभियान असफल नजर होते आ रहा है शहर में फिर से सफाई व्यवस्था पूरी तरह से बिगड़ सकती है। निगम में शहर की सफाई व्यवस्था का जिम्मा सम्भाल रही सैहब सोसायटी के कर्मचारी एक बार फिर अपनी मांगों कक लेकर मुखर हो गए हैं। सैहब कर्मचारियों ने निगम आयुक्त को पत्र लिखकर मांग की है कि उनके न्यूनतम वेतन में बढ़ौतरी की जाए जिससे उनके परिवार का पालन पोषण हो सके। सैहब सोसायटी के अध्यक्ष जसवंत सिंह का कहना है कि शिमला जैसे महंगे शहर में कम वेतन में परिवार का पालन पोषण करना मुश्किल है जिसको देखते हुए सभी सैहब कर्मचारियों ने अपने वेतन में बढ़ौतरी करने की मांग की है।
कर्मचारियों ने न्यूनतम वेतन को 15 हजार करने की मांग की
कर्मचारियों ने न्यूनतम वेतन को 7 हजार से बढ़ाकर 15 हजार करने की मांग की है उन्होंने बताया कि निगम ने पिछले साल ही उनके वेतन में 20 फीसदी की बढ़ौत्तरी की थी लेकिन 7 हजार के वेतन में परिवार का गुजारा करना मुश्किल हो रहा है।उन्होंने अपने वेतन में बढ़ौतरी की मांग को लेकर निगम आयुक्त को पत्र लिखकर चार दिन का समय अल्टीमेटम दिया है। उन्होंने कहा कि यदि निगम उनकी मांगों को समय पर पूरा नहीं करता है तो सैहब के करीब पांच सौ कर्मचारी एक साथ सामूहिक अवकाश पर चले जाएंगे जिससे शहर में सफाई व्यवस्था एक बार फिर चरमरा सकती है।