Edited By Vijay, Updated: 13 Nov, 2018 04:08 PM
सरकार खेलों को बढ़ावा देने और खिलाडिय़ों को सुविधाएं देने के बड़े-बड़े दावे करती है मगर सरकारी खेलों के आयोजन लेकर शिक्षा विभाग के अधिकारी और कर्मचारी कितने गंभीर रहते हैं, इसकी पोल उस समय खुल गई जब नाहन में आयोजित जिला परिषद की बैठक में एक महिला...
नाहन (सतीश): सरकार खेलों को बढ़ावा देने और खिलाडिय़ों को सुविधाएं देने के बड़े-बड़े दावे करती है मगर सरकारी खेलों के आयोजन लेकर शिक्षा विभाग के अधिकारी और कर्मचारी कितने गंभीर रहते हैं, इसकी पोल उस समय खुल गई जब नाहन में आयोजित जिला परिषद की बैठक में एक महिला जिला परिषद सदस्य ने यह मामला उठाया। महिला सदस्य ने विभाग की पोल खोल कर रख दी है।
विभाग के दावों की जमीनी हकीकत बिल्कुल अलग
नाहन में आयोजित जिला परिषद की बैठक में राजगढ़ के देवठी मझगांव वार्ड की जिला परिषद सदस्य शकुंतला प्रकाश ने स्कूली बच्चों से जुड़ा मुद्दा सदन में उठाया। उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित किए जाने वाले टूर्नामैंट में स्कूली बच्चों के लिए इंतजामों के जो दावे विभाग द्वारा किए जाते हैं उसकी जमीनी हकीकत बिल्कुल अलग है। इनका कहना है कि बच्चों के लिए न तो खाने की उचित व्यवस्था होती है और न ही रहने की। खासकर ऐसे आयोजन के समय महिला खिलाडिय़ों को बड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ता है जबकि शिक्षा विभाग इससे बेखबर रहता है। महिला ने कहा कि वह खुद कई बार स्कूली बच्चों के टूर्नामैंट में शिरकत करने पहुंची है।
बच्चों के साथ टूर्नामैंट में शराब पीकर पहुंचते हैं शिक्षक
आरोप यह भी है कि आयोजन को लेकर शिक्षकों का गैर-जिम्मेदराना रवैया रहता है। कई मर्तबा तो कई शिक्षक शराब पीकर बच्चों के साथ टूर्नामैंट में पहुंचते हैं, ऐसे में वह बच्चों की सुरक्षा और इंतजामों को लेकर कितने चिंतित होते हैं। इसका अंदाजा लगाया जा सकता है। महिला सदस्य ने मांग की कि इन मामलों पर कड़ी निगरानी होनी चाहिए। आरोप यह भी है कि विभाग के बड़े अधिकारी इसे लेकर गंभीर नहीं रहते।
सरकार के समक्ष उठाया जाएगा मामला
बैठक के दौरान ही जिला परिषद चेयरमैन दिलीप चौहान नेे शिक्षा विभाग के अधिकारियों को इस संबंध में दिशा-निर्देश जारी किए, साथ ही उन्होंने कहा कि यह मामला प्रदेश सरकार के सामने उठाया जाएगा ताकि आगे से इस तरह की पुनरावृत्ति न हो। उन्होंने माना कि मामला बेहद गंभीर हैै।
शिक्षा विभाग व सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठना लाजमी
शिक्षा विभाग व प्रदेश सरकार खेलों को बढ़ावा देने को लेकर बड़े-बड़े दावे करती है मगर जब इस तरह के वाकया पेश आते हैं तो शिक्षा विभाग व सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठना लाजमी है।