Edited By Vijay, Updated: 23 Nov, 2018 04:13 PM
देश के 115 वे पिछड़े जिला में शुमार चम्बा जिला के चुराह विधानसभा के लोगों की 5 दशक के बाद कोई मांग पूरी होने जा रही है। इसको लेकर मुख्यमंत्री ने सिरमौर जिला में घोषणा कर दी है।
चम्बा (मोहम्मद आशिक): देश के 115 वे पिछड़े जिला में शुमार चम्बा जिला के चुराह विधानसभा के लोगों की 5 दशक के बाद कोई मांग पूरी होने जा रही है। इसको लेकर मुख्यमंत्री ने सिरमौर जिला में घोषणा कर दी है। आपको बताते चलें कि चुराह विधानसभा क्षेत्र के तीसा मुख्य में सिविल कोर्ट की मांग आज से ठीक 5 दशक पहले उठाई गई थी लेकिन समय के साथ-साथ करवां भी आगे बढ़ता गया लेकिन उक्त मांग बीते समय की तरह लोग भुलाने लगे। जब भी सियासी पार्टियों को मौका मिलता शगूफा छोड़ दिया जाता कि सिविल कोर्ट खुलेगा लेकिन नहीं खुला, जिसके चलते यहां के लोगो को कोर्ट कचहरी के लिए यहां से ठीक 100 किलोमीटर का सफर तय करके चम्बा जाना पड़ता है।
वोट बैंक बचाने में कामयाब हुए विधानसभा उपाध्यक्ष
दुआ कीजिए अगर जज साहिब कोर्ट में हैं तो आपका दिन ठीक अगर कोर्ट में नहीं हैं तो आपके 2 से 3 दिन तक टूट सकते हैं, जिससे आपका खर्च शहर में कितना होगा अपने सोचा नहीं होगा, ऐसे में अगर कहीं गलती से बरसात का मौसम हो तो आपकी मुसीबत कम होने की बजाय बढ़ सकती है क्योंकि आपको चम्बा पहुंचने में ही मुश्किल हो जाएगी फिर किसने देखा कोर्ट कचहरी लेकिन चुराह के युवा एवं तेजतर्रार नेता एवं विधानसभा उपाध्यक्ष हंसराज ने सरकार से वो तोहफा मांग लिया, जिससे वह अपना वोट बैंक बचाने में कामयाब हो गए। खैर अभी सिविल कोर्ट की घोषणा हुई है कब खुलेगा ये तो वक्त ही बताएगा।
कब-कब क्या-क्या खुला चुराह में और किसने खोला
वर्ष 2017 में चुराह में कांग्रेस सरकार के समय में मुख्यमंत्री रहे वीरभद्र सिंह ने तीसा के लोगों को लोक निर्माण विभाग का मंडल दिया और एक उपमंडल भी प्रदान किया ताकि लोगों को चम्बा न जाना पड़े। इसके बाद वर्तमान सरकार ने भी तीसा में सिविल कोर्ट खोलने की घोषणा कर दी अगर सिविल कोर्ट खुल जाता है तो यहां के लोगों को लाभ होगा।
क्या कहते हैं तीसा के लोग
वहीँ दूसरी और तीसा के लोगो का कहना है कि हमारी ये मांग काफी पुरानी थी, जिसके चलते हमें काफी साल तक इंतजार करना पड़ा लेकिन प्रदेश के मुख्यमांत्री जयराम ठाकुर ने सिविल कोर्ट की घोषणा करके यहां की एक लाख की आबादी को लाभ देने का कार्य किया है। पहले हमें यहां से 100 किलमीटर दूर चम्बा जाना पड़ता था लेकिन अब नहीं जाना पड़ेगा और हमें घर-द्वार पर सिविल कोर्ट की सुविधाएं मिलेंगी।