Edited By Ekta, Updated: 17 Jan, 2019 04:07 PM
जोगिंद्रनगर नगर परिषद के पार्षद अजय धरवाल ने नगर परिषद पर गंभीर वित्तीय अनियमितताएं बरतने के आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि भाजपा समर्थित नगर परिषद का दिशाविहीन नेतृत्व आम जनमानस के हितों की रक्षा करने में पूर्ण रूप से असफल रहा है, ऐसे में परिषद...
जोगिंद्रनगर (अमन): जोगिंद्रनगर नगर परिषद के पार्षद अजय धरवाल ने नगर परिषद पर गंभीर वित्तीय अनियमितताएं बरतने के आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि भाजपा समर्थित नगर परिषद का दिशाविहीन नेतृत्व आम जनमानस के हितों की रक्षा करने में पूर्ण रूप से असफल रहा है, ऐसे में परिषद सत्ता में बने रहने का अधिकार खो चुकी है। आज पत्रकारों को जारी बयान में पार्षद ने आरोप लगाया कि गलत नीतियों के चलते परिषद का खजाना खाली हो चुका है तथा उसके समक्ष वित्तीय संकट खड़ा हो चुका है। परिषद ने गलत निर्णय लेते हुए गत वर्ष विकास कार्यों के लिए स्वीकृत 81,71,858 रुपए गलत तरीके से नियमों की अवहेलना करते हुए कर्मचारियों के वेतन हेतु जारी कर दिए जबकि विकास का पैसा किसी भी सूरत में कर्मचारियों के वेतन पर नहीं खर्चा जा सकता।
उन्होंने आरोप लगाया है कि परिषद ने एक और मूर्खतापूर्ण निर्णय लेते हुए खाली खजाने के बावजूद गत वर्ष दिसम्बर माह में 38,22,092 रुपए की अनुमानित राशि के विभिन्न कार्यों के टैंडर कार्यालय पत्र संख्या 952.58 के तहत प्रकाशित कर दिए व इस वर्ष जनवरी में विभिन्न ठेकेदारों से टैंडर भी कॉल करवा लिए। उन्होंने कहा कि परिषद आए दिन कानून को धत्ता बता कर व गलत निर्णय लेकर भोली-भाली जनता का इम्तिहान ले रही है, ऐसे में नगर परिषद की अध्यक्ष व उपाध्यक्ष को अपने पदों पर बने रहने का हक नहीं है तथा दोनों को ही अपने पदों से इस्तीफा दे देना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि परिषद का शहर से डस्टबिन हटाकर आम लोगों को परेशानी में डालने वाला निर्णय भी निंदनीय है।