Edited By Punjab Kesari, Updated: 17 Jun, 2017 04:29 PM
चुनावी दौर में नगर परिषद सोलन के भाजपा अध्यक्ष पवन गुप्ता लंबी खींचतान के बाद भी अपनी कुर्सी नहीं बचा पाए हैं।
सोलन (चिनमय कौशल): चुनावी दौर में नगर परिषद सोलन के भाजपा अध्यक्ष पवन गुप्ता लंबी खींचतान के बाद भी अपनी कुर्सी नहीं बचा पाए हैं। गुटबाजी के चलते भाजपा के पार्षदों ने अपने अध्यक्ष के खिलाफ ही मोर्चा खोलकर अपनी नैया खुद ही डुबो दी। कांग्रेस जिसके पास 15 में से केवल 5 ही पार्षद हैं अब वह भी अध्यक्ष पद के लिए ताल ठोकती नजर आ रही है। कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता जगमोहन मलहोत्रा ने कहा कि भाजपा के लोग आपस में लड़ रहे हैं और इसी फूट का फायदा कांग्रेस उठाने वाली है। बताया जाता है कि वह किसी भी तरह से भाजपा को समर्थन करने वाली नहीं है अगर वह समर्थन करेगी तो उसका फायदा भी उठाएगी।
बताया जा रहा है कि यह मामला भाजपा हाईकमान तक भी पहुंचा था, लेकिन बागी पार्षदों ने किसी की एक न सुनी। यही कारण है कि नगर परिषद में भाजपा का बहुमत होते हुए भी आपसी गुटबाजी के चलते अध्यक्ष पद की बलि चड़ गई। उल्लेखनीय है कि अध्यक्ष को पदमुक्त करने के लिए 11 पार्षदों ने प्रशासन से सिफारिश की थी। नगर परिषद में बीजेपी के 10 और कांग्रेस समर्थित 5 पार्षद हैं। इसमें दिलचस्प बात यह है कि बीजेपी के ही 7 पार्षदों ने अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया है।