Edited By Updated: 28 Dec, 2016 01:32 AM
क्रिसमस के बाद अब न्यू ईयर ईव नजदीक आते ही पर्यटन नगरी मनाली कुल्लवी देव वाद्य यंत्रों से गूंजने लगी है।
मनाली: क्रिसमस के बाद अब न्यू ईयर ईव नजदीक आते ही पर्यटन नगरी मनाली कुल्लवी देव वाद्य यंत्रों से गूंजने लगी है। इस बार कुल्लू-मनाली के पहाड़ बर्फबारी न होने से सूने पड़े हैं लेकिन बर्फ के फाहों की उम्मीद लिए सैलानियों का मनाली आना शुरू हो गया है। पर्यटन निगम सहित समस्त बड़े होटलों ने पर्यटकों के लिए नववर्ष संध्या की विशेष व्यवस्था की है। पिछले दिनों से बाहरी राज्यों से आने वाले पर्यटक वाहनों में बढ़ौतरी दर्ज की जा रही है। लगभग साढ़े 500 वाहन पर्यटन नगरी मनाली में हर रोज दस्तक देने लगे हैं। मनाली के पर्यटन स्थलों सोलंग, कोठी, पलचान, नेहरू कुंड, हिडिम्बा परिसर, मनाली गांव, वशिष्ठ, जगतसुख व नग्गर में सैलानियों की चहलकदमी बढ़ गई है।
व्यापारियों के चहरों पर मुस्कान
होटल व्यवसायी महेश चंद्र ने बताया कि मनाली में पर्यटन कारोबार गति पकडऩे लगा है जिससे व्यापारियों के चहरे खिल गए हैं लेकिन बर्फबारी न होने से पर्यटकों का सैलाब नहीं उमड़ पाया है। मनाली के निजी होटल प्रबंधक कमल लामा का कहना है कि सैलानियों का सैलाब उमडऩे लगा है। पिछले दिनों से सैलानियों की संख्या में इजाफा हुआ है। अधिकतर होटल इन दिनों कुल्लवी वाद्य यंत्रों से गूंज रहे हैं। सैलानी कुल्लवी नाटी का आनंद ले रहे हैं और कुल्लवी संस्कृति से भी रू-ब-रू हो रहे हैं।
पर्यटकों की नववर्ष संध्या को विशेष बनाएगा निगम
पर्यटन निगम मनाली के ए.जी.एम. धीरज बाली ने बताया कि पर्यटन निगम पर्यटकों की नववर्ष संध्या को विशेष बनाने के लिए क्लब हाऊस में सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित करने जा रहा है। होटल एसोसिएशन मनाली के अध्यक्ष गजेंद्र ठाकुर ने कहा कि मनाली में पर्यटकों की आमद तो बढ़ी है लेकिन बर्फ के दीदार न होने से पर्यटक मायूस हैं। टैक्सी यूनियन के अध्यक्ष राजकुमार डोगरा ने जिला प्रशासन से आग्रह किया कि आगामी दिनों में मौसम साफ रहा तो मढ़ी पर्यटन स्थल पर्यटकों के लिए बहाल कर दिया जाए।