Edited By kirti, Updated: 26 Nov, 2019 09:35 AM
चिट एंड फन्ड कंपनी पीएसीएल में देश के 5.85 करोड़ लोगों की 49 हजार सौ करोड रुपये की खून पसीने की कमाई डूबी हुई है। हिमाचल प्रदेश के 8 लाख लोगों ने भी 800 करोड़ रुपये का कम्पनी में निवेश किया था जो अब डूबने की कगार पर है। सुप्रीम कोर्ट ने सेबी को...
शिमला(योगराज): चिट एंड फन्ड कंपनी पीएसीएल में देश के 5.85 करोड़ लोगों की 49 हजार सौ करोड रुपये की खून पसीने की कमाई डूबी हुई है। हिमाचल प्रदेश के 8 लाख लोगों ने भी 800 करोड़ रुपये का कम्पनी में निवेश किया था जो अब डूबने की कगार पर है। सुप्रीम कोर्ट ने सेबी को पीएसीएल कंपनी की संपत्तियों की कुड़की करके निवेशकों को उनके पैसे 6 महीनों के अंदर लौटाने के आदेश दिए थे लेकिन 6 महीने का समय बीत जाने पर भी पैसे न मिलने निवेशक सड़कों पर उतर आए हैं।
पीड़ित लोगों ने ऑल इन्वेस्टर सेफ्टी संस्था के बैनर तले शिमला में सेबी कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन किया और सरकार से तुरंत पैसे का भुगतान करवाने की मांग की। संस्था के राष्ट्रीय समिति उपाध्यक्ष सोबर दत्त ने बताया कि पीएसीएल कंपनी के पीड़ित लोगो को कोर्ट ने सेबी को 6 महीने के भीतर ब्याज सहित भुगतान करने के निर्देश दिए थे लेकिन सेबी ने अभी किसी का पैसा नही कर दिया है।
सेबी ने निवेशकों को ऑन लाईन फॉर्म जमा करवाने के निर्देश दिए थे लेक सभी लोग ऑन लाईन फॉर्म जमा नहीं करवा सके हैं इसलिए निवेशकों को ऑफ लाइन फॉर्म जमा करके शीघ्र भुगतान किया जाए और जिन निवेशकों के नॉमिनी की भी मृत्यु हो गई है उनके परिवार के किसी व्यक्ति उत्तराधिकारी प्रमाण पत्र के आधार पर भुगतान किया जाए। निवेशकों ने चेतावनी दी है कि अगर 2 महीने के भीतर उनके पैसों का भुगतान सेबी नहीं करता है तो देशभर के साथ हिमाचल प्रदेश में भी उग्र आंदोलन किया जाएगा।