Edited By Ekta, Updated: 10 May, 2019 12:12 PM
नालागढ़ अस्पताल में एक गर्भवती महिला के बच्चे की गर्भ में ही मौत होने पर पति ने लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है। पति ने आरोप लगाया कि उसकी पत्नी के इलाज में लापरवाही बरतने के कारण बच्चे की मौत हो गई। मित्तियां निवासी लोकेश कुमार ने बताया कि वह अपनी...
नालागढ़ (सतविन्द्र): नालागढ़ अस्पताल में एक गर्भवती महिला के बच्चे की गर्भ में ही मौत होने पर पति ने लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है। पति ने आरोप लगाया कि उसकी पत्नी के इलाज में लापरवाही बरतने के कारण बच्चे की मौत हो गई। मित्तियां निवासी लोकेश कुमार ने बताया कि वह अपनी गर्भवती पत्नी की जांच करवाने के लिए नालागढ़ अस्पताल लेकर आया था। यहां पर नर्सों ने डॉक्टरों द्वारा मना करने के बाद भी लापरवाही से बच्चे की जांच करनी शुरू कर दी। इससे अचानक रक्त बहना शुरू हो गया। इसको देखते हुए डाक्टरों ने तुरंत चंडीगढ़ जी.एम.सी.एच. सैक्टर-32 अस्पताल रैफर कर दिया। जब 108 एम्बुलैंस सेवा को सोलन फोन किया तो चालकों के नंबर स्विच ऑफ थे।
इस कारण करीब एक घंटे बाद एम्बुलैंस चालक पहुंचा। लोकेश ने कहा कि 4 घंटे बाद एम्बुलैंस चंडीगढ़ पहुंची जहां पर डॉक्टरों ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया। उसने कहा कि अगर एम्बुलैंस समय पर अस्पताल पहुंच जाती तो उसके बच्चे की जान बच सकती थी। ऐसे में साफ होता है कि किस तरह से प्रदेश में 108 एम्बुलैंस सेवा ठप्प पड़ती जा रही है। लोकेश कुमार ने स्वास्थ्य मंत्री व सी.एम.ओ. को नालागढ़ अस्पताल व एम्बुलैंस सेवा की लापरवाही को लेकर शिकायत भेजी है। उसने दोषियों के खिलाफ कड़ी कारवाई करने की मांग की है।