Edited By prashant sharma, Updated: 01 Mar, 2021 04:34 PM
हिमाचल विधानसभा में 26 फरवरी को हुए हंगामे के बाद निलंबन व एफआईआर के विरोध में विपक्ष के नेता सहित 5 सदस्य विधानसभा गेट के बाहर धरने पर बैठ गए हैं।
शिमला (योगराज) : हिमाचल विधानसभा में 26 फरवरी को हुए हंगामे के बाद निलंबन व एफआईआर के विरोध में विपक्ष के नेता सहित 5 सदस्य विधानसभा गेट के बाहर धरने पर बैठ गए हैं। मुकेश अग्निहोत्री, हर्षवर्धन चैहान, सुंदर सिंह, सतपाल रायजदा व विनय सिंह विधानसभा गेट में ही विरोध स्वरूप बैठ गए। इन सदस्यों ने सरकार को तानाशाह बताते हुए सरकार के रवैये के खिलाफ नारेबाजी की और पूरे घटनाक्रम के लिए मुख्यमंत्री को मास्टर माइंड करार दिया। सदन के अंदर शोकोद्गार चला तो सदन के बाहर 5 सदस्यों का विरोध चल रहा था।
विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि सारे घटनाक्रम का मास्टरमाइंड मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर है। जिन्होंने असल मुद्दों से जनता का ध्यान भटकाने के लिए मंत्रियों को हंगामे के लिए उकसाया और विपक्ष के सदस्यों के साथ मंत्रियों व विधानसभा उपाध्यक्ष को धक्कामुकी के लिए भेजा। ऐसे मंत्रियों के खिलाफ कार्यवाही करने के बजाए उलटा विपक्ष के सदस्यों पर राजद्रोह जैसी धाराएं लगाकर मुकदमे बना दिए। यदि किसानों, महंगाई व फर्जीवाड़े जैसे मुद्दों को उठाना राजद्रोह है तो वह ऐसा बार बार करेंगे।
26 फरवरी को हुए विधानसभा प्रकरण पर निलबंन के साथ इन पांच नेताओं पर धारा 323, 341, 353, 504, 34,124 आईपीसी के तहत मामले दर्ज किए गए है। आज सदन के अंदर पूर्व दिवंगत विधायकों के लिए शोकोदगार प्रस्तुत किया गया तो विधानसभा सदन के बाहर सदस्यों ने धरना देकर अपना विरोध जताया। इस विरोध में सदस्यों ने दिवगंत कांग्रेसी नेता सुजान सिंह पठानियां की फोटो पर ही श्रद्धांजली दी।