मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने गिनाई तीन साल के कार्यकाल की उपलब्धि

Edited By prashant sharma, Updated: 26 Dec, 2020 02:06 PM

chief minister jairam thakur enumerates three year tenure

तीन साल का कार्यकाल पूरा करने पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने शिमला में पत्रकार वार्ता कर तीन साल की सरकार की उपलब्धियों को गिनाया और कहा कि सरकार का तीन साल का कार्यकाल पूरा हुआ है

शिमला (योगराज) : तीन साल का कार्यकाल पूरा करने पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने शिमला में पत्रकार वार्ता कर तीन साल की सरकार की उपलब्धियों को गिनाया और कहा कि सरकार का तीन साल का कार्यकाल पूरा हुआ है जिसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और प्रदेश की जनता का आभार व्यक्त करता हूँ। प्रदेश सरकार का तीन साल का बेहतरीन कार्यकाल रहा है लेकिन काम करने के दो वर्ष ही मिल पाए हैं क्योंकि कोरोना महामारी के कारण एक साल का कार्यकाल बाधित रहा है लेकिन इसके बावजूद भी विकास कार्यो को रुकने नहीं दिया गया। कोरोना काल मे प्रदेश की जनता ने सरकार का पूरा सहयोग दिया गया जिसके लिए जनता का मुख्यमंत्री ने धन्यवाद व्यक्त किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि जब सरकार बनी तो उन्होंने बदले की भावना से काम नहीं किया बल्कि बुजुर्गों को सम्मान देते हुए 70 साल आयु के ऊपर के वृद्धजनों के लिए पहली कैबिनेट में पेंशन का प्रावधान किया। जबकि इससे पहले जो भी सरकारें आयी वे पिछली सरकार के निर्णय को बदलने का काम करते थे उस संस्कृति को खत्म किया। 

इसके बाद लोगों की शिकायत को सुनने के लिए सरकार ने एक नई पहल की और जनमंच कार्यक्रम का आगाज किया जिसमें लोग अपनी शिकायत को अधिकारियो और चुने हुए प्रतिनिधियों के सामने 50 हजार की शिकायतों में 91 फीसदी समस्याओं का समाधान किया गया है। गांव में जाकर लोगों की समस्याओं का समाधान किया और देश भर में जनमंच कार्यक्रम की प्रशंसा हुई जो विपक्ष के लोगों को रास नहीं आयी। मुख्यमंत्री हेल्पलाइन योजना का आरंभ किया गया जिसमें 91 हजार शिकायतें सामने आयी जिसमें 78 हजार समस्याओं का समाधान किया गया और कोरोना के दौर भी यह योजना कारगर साबित हुई। 

पूर्व कांग्रेस सरकार विजन की बात करती है लेकिन खुद के 5 साल के कार्यकाल में एक भी ऐसी योजना नहीं है। आयुष्मान भारत केंद्र सरकार की जनता को एक महत्वपूर्ण योजना है। 30 लाख लोग इसमें कवर हुई जो बचे उनके लिए मुख्यमंत्री हिम केयर योजना की शुरुआत की गई। जिसमें 1 लाख 25 हजार लोगों को हिम केयर योजना का फायदा हो गया है और 121 करोड़ खर्च किये गए हैं। यह भी जयराम सरकार का एक नई पहल है। बेसहारा लोगों को सहारा देने के सहारा योजना की शुरुआत की गई जिसमें 11 हजार से ज्यादा लोगों को 3 हजार प्रति महीना डालने शुरू किया है और 13 करोड़ खर्च किये गए हैं। इसके अलावा मुख्यमंत्री राहत कोष से सरकार जरूरमंदो की मदद कर रही है लेकिन इसके अतिरिक्त सरकार ने मुख्यमंत्री चिकित्सा सहायता कोष 8 करोड़ रुपये की मदद जरूरमंदो की गई है। मुख्यमंत्री गृहणी योजना का माताओं और बहनों को फायदा हो रहा है लेकिन जो इस योजना में जो गृहणियां छूट गयी उन्हें मुख्यमंत्री गृहणी सुविधा योजना के माध्यम से 2 लाख 90 हजार रसोई गैस के कनेक्शन दिये गए हैं। 

प्रदेश में मुख्यमंत्री स्वाबलंबन योजना कि शुरुआत की गई क्योंकि सभी लोगों को सरकारी नौकरी मिलना मुश्किल है इसलिए लोग स्वरोजगार को अपनाए उसके लिए मुख्यमंत्री स्वाबलंबन योजना की शुरू की गई जिसके माध्यम से लोग खुद का काम शुरू कर औरों को भी रोजगार देने का काम कर रहे हैं। प्रदेश में नई मंजिले नई राहें कार्यक्रम की शुरुआत की गई जिसके माध्यम से नए पर्यटन स्थल खोजे जा रहे हैं ताकि पर्यटन को पंख मिल सके। सरकार ने प्रदेश में इन्वेस्टमेंट लाने के लिए धर्मशाला में ग्लोबल इन्वेस्टर्स मीट की जिसमें 96 हजार करोड़ एक एमओयू साइन हुए और एक महीने के अंदर 1के हजार करोड़ रुपये की ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी की गई जिसमें से 10 हजार करोड़ के प्रोजेक्ट जमीन पर काम करने शुरू हो गए हैं और आने वाले एक दो महीनों में 10 हजार करोड़ रुपये की ग्राउंड ब्रेकिंग की जाएगी।विपक्ष ने केवल 5 साल अपने कार्यकाल में ऐशों आराम किया और कुछ भी इन्वेस्टमेंट प्रदेश में नहीं लाई गई और अब केवल सरकार को कोसने का काम कर रहे हैं। 

कोरोना के दौर में सरकार ने स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने का काम किया है। 1 लाख लोगों ने प्रदेश में प्राकृतिक खेती को अपनाया गया है। जंगली जानवरों से किसानों की फसल को बचाने के लिए मुख्यमंत्री खेत संरक्षण योजना की शुरुआत की गई है, जिसमें 80 फीसदी अनुदान सोलर बाड़बंदी के लिए दिया जा रहा है। विपक्ष कह रहा है कि सरकार ने कुछ नहीं किया है लेकिन सरकार ने 672 परियोजना के शिलान्यास और उद्धघाटन कोरोना काल मे सरकार ने किए हैं जिसमें 20 वर्चुअल और 21 एक्चुअल कार्यक्रम किये गए हैं और 3 हजार 500 करोड़ के परियोजनाओं को जनता को समर्पित किये हैं। शब्दों का चयन करने में नेता प्रतिपक्ष को बड़ी दिक्कत आ रही है भाषा को सुधारने की आवश्यकता है लेकिन इसमें उनकी भी गलती नहीं है क्योंकि जो सीखा है वही वो कर और कह रहे हैं। 400 करोड़ की परियोजनाओं का हरोली विधानसभा क्षेत्र में भाजपा सरकार ने काम किया है, जबकि मंत्री रहते उनके विधानसभा क्षेत्र में उन्होंने काम नहीं किया है।

लोकसभा चुनावों में 15 हजार वोट की लीड हरोली विधानसभा क्षेत्र से भाजपा को मिली है इसलिए नेता प्रतिपक्ष कुछ बोलने से पहले जमीन नीचे है या नहीं है यह भी देख लें केवल आरोप लगाने का ही काम न करें। शिमला ग्रामीण में भी कुछ दिन पहले ही 100 करोड़ की परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्धघाटन किया गया है। सरकार ने बिना किसी भेदभाव के हर विधानसभा क्षेत्र में विकास के काम बल्क ड्रग पार्क मिलने की संभावना प्रदेश को है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से इसको लेकर आग्रह किया गया है। इस फार्मा में 10 हजार करोड़ का खर्च का अनुमान है। 70 हजार करोड़ का टर्न ओवर एक साल में आने का अनुमान है और 15 हजार लोगों को रोजगार मिलने की संभावना है, इसलिए जो विपक्ष कह रहा है कि कुछ नहीं किया वह जान ले कि जो विकास सरकार ने किया है वह कांग्रेस जिंदगी भर नहीं कर सकती है। मेडिकल उपकरण निर्माण का उद्योग भी हिमाचल प्रदेश में स्थापित करने की योजना है जिसमें लोगों को रोजगार मिलने की उम्मीद है।

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