Edited By kirti, Updated: 22 Feb, 2019 02:29 PM
चंबा जिले में पिछले 2 दिनों से निरंतर बर्फबारी और बारिश के कारण जन जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। इतनी तेज बारिश के कारण लोगों का अपने घरों से भी निकलना मुश्किल हो गया है। मुख्यालय को जोड़ने वाले चाहे वह जनजाति क्षेत्र भरमौर हो या फिर चुराह घाटी की...
चंबा(अमृतपाल): चंबा जिले में पिछले 2 दिनों से निरंतर बर्फबारी और बारिश के कारण जन जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। इतनी तेज बारिश के कारण लोगों का अपने घरों से भी निकलना मुश्किल हो गया है। मुख्यालय को जोड़ने वाले चाहे वह जनजाति क्षेत्र भरमौर हो या फिर चुराह घाटी की सड़के कही न कही भूसख्लन के चलते बंद हो चुकी है। अभी के दौर में देखा जा सकता है कि जिले के अन्तर्गत पड़ने वाली राठधार जोकि एक नहीं बल्कि तीन विधानसभा क्षेत्र के लोगों को जोड़ती है भारी भूसख्लन के चलते बंद पड़ी है। हालंकि लोक निर्माण विभाग ने इस जगह अपनी विभागीय लेबर के साथ मशीनरी को तो खड़ा करके रखा हुआ है पर निरन्तर ऊपर पहाड़ी से गिर रहे पत्थरों के कारण लोग पैदल तो क्या गाड़ी में इस पार से उस पार तक नहीं आ जा सकते है।
इतना ही नहीं जो लोग किसी मजबूरी के चलते इस राठघार को पार करते तो बेशक है पर अपनी जान को जोखिम में डालकर ही पार करते है। वहीं नीचे तीव्र गति से बहती रावी नदी है तो वही ऊपर भयंकर राठधार। यह राठघार जोकि पिछले कई वर्षो से लोगों के लिए मुसीबत का सबब बन चुकी है। जिले की तीन विधानसभा क्षेत्र को जड़ने वाली यह एक मात्र राठधार जिसपर हजारों लोगों का जीवन निर्भर करता है। लोगों का कहना है कि इस रास्ते को जोड़ने के लिए पहले प्रेल के पास एक पुल हुआ करता था पर वह भी दो वर्ष पूर्व सूखे मौसम में गिर गया था। अब यही एक रास्ता बचा हुआ है पर यह भी इस धार के बंद हो जाने से लोगों के लिए आने जाने को कोई दूसरा विकल्प नहीं रहता है। जिले में तेज बारिश के साथ बर्फबारी का यह सिलसिला पिछले दो दिनों से लगातार जारी है।
निरंतर बारिश के कारण सड़कें पानी से इतनी भर चुकी है कि कोई इन सड़कों को पैदल पार नहीं सकता है। पहाड़ियों पर जरूरत से ज्यादा रस चुका पानी जगह-जगह भूस्खलन को न्योता दे रहा है। जहा तक इस राठधार की बात की जाए तो इसके दूसरी तरफ सैकड़ों व्यवसाय लोगों के साथ इतने ही लोग जोकि सरकारी नौकरी करते है राठघार गिरने के बाद वही के वही फंस जाते है।