दिल्ली पहुंचा BJP विधायकों का विपक्ष को साथ देने का मामला, हाईकमान ने तलब की रिपोर्ट

Edited By Vijay, Updated: 21 May, 2020 11:18 PM

case of bjp mlas supporting opposition reached delhi

कोरोना संकट के बीच ही इस मुद्दे पर विशेष सत्र बुलाने की मांग पर एकजुट हुए सत्तापक्ष और विपक्ष के विधायकों ने प्रदेश में राजनीतिक हलचल तेज कर दी है। नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री के साथ विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार के पास पहुंचे भाजपा के...

शिमला (ब्यूरो): कोरोना संकट के बीच ही इस मुद्दे पर विशेष सत्र बुलाने की मांग पर एकजुट हुए सत्तापक्ष और विपक्ष के विधायकों ने प्रदेश में राजनीतिक हलचल तेज कर दी है। नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री के साथ विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार के पास पहुंचे भाजपा के विधायकों ने कोरोना महामारी के बीच नए राजनीतिक विवाद को जन्म दे दिया है, जिस पर भाजपा हाईकमान ने भी राज्य में चल रहे इस राजनीतिक घटनाक्रम की पूरी रिपोर्ट भाजपा अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल से मांग ली है, जिसके चलते वीरवार सुबह से ही इस विवाद का हल ढूंढने की कोशिश में खुद मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और भाजपा अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल जुटे रहे।

जेपी नड्डा ने मांगी है प्रदेश भाजपा अध्यक्ष से रिपोर्ट

भाजपा के वरिष्ठ विधायक रमेश धवाला व राकेश पठानिया के साथ अन्य सभी 6 विधायकों के साथ मुख्यमंत्री और भाजपा अध्यक्ष ने लंबी बैठकें भी कीं, जिसमें उनसे नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री और कांग्रेसी विधायकों के साथ स्पीकर के पास विशेष सत्र बुलाए जाने की वजह जानने की कोशिश की गई है। बताया जा रहा है कि हिमाचल प्रदेश में हुए इस राजनीतिक घटनाक्रम पर खुद भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सारे विवाद का हल कर पूरी रिपोर्ट डॉ. राजीव बिंदल से मांगी है, जिससे सरकार के ठीक अढ़ाई साल के कार्यकाल में इस ताजा राजनीतिक घटनाक्रम ने प्रदेश सरकार को हाईकमान के स्कैनर में ला दिया है।

विधायक निधि बंद करने और ब्यूरोक्रेट्स को आगे रखने से नाराज थे विधायक

प्राप्त जानकारी के अनुसार बुधवार को विधानसभा समिति की बैठकों के लिए विधानसभा परिसर पहुंचे सत्तापक्ष और विपक्ष के सभी विधायक कोरोना महामारी के दौरान विधायक विकास निधि को 2 साल तक बंद करने के सरकार के फैसले से खफा थे। वहीं इस दौरान पूरे सिस्टम से उन्हें दूर रखे जाने और सिर्फ ब्यूरोक्रेट्स को आगे रखे जाने से भी वे नाराज दिखे। सभी विधायक नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री से मिले तो तय हुआ कि कोरोना पर विशेष चर्चा के लिए 2-3 दिन का विशेष सत्र बुलाने की मांग स्पीकर से की जाए।

विधानसभा अध्यक्ष ने अपनाया सही रुख

वहीं कोरोना संकट पर सत्तापक्ष और विपक्ष के विधायकों की इस मांग पर विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार ने भी अपना सही रुख अपनाया। सत्तापक्ष और विपक्ष के विधायकों की आम राय थी कि कोरोना संकट को लेकर राजनीतिक प्रतिनिधि कहीं नहीं दिख रहे हैं और जो भी फैसले हो रहे हैं, वे पूरी तरह से ब्यूरोक्रेटिक हैं। इसलिए उचित होगा कि कोरोना से जुड़ी सरकार की तैयारी और अब तक किए गए कार्यक्रमों पर विधानसभा के विशेष सत्र में चर्चा की जाए।

मुख्यमंत्री और भाजपा अध्यक्ष ने स्पीकर से ली जानकारी

बुधवार को इस राजनीतिक घटनाक्रम के तुरंत बाद संसदीय कार्यमंत्री सुरेश भारद्वाज विधानसभा पहुंच गए थे लेकिन वह इस मामले को शांत नहीं कर पाए। इसके चलते भाजपा हाईकमान के  दखल के बाद आज मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और भाजपा अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल ने विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार के साथ भी बातचीत सारे मामले की जानकारी ली।

जो हुआ वह ठीक नहीं था : बिंदल

यह जो अचानक हुआ है, वह गलत हुआ है। भाजपा अनुशासनात्मक पार्टी है अगर विधायकों की कोई मांग थी तो वे उसे पार्टी के अंदर उचित मंच पर रखते, लेकिन विपक्ष के साथ मिलकर ऐसी मांग उठाना उचित नहीं था। उन्होंने बताया कि आज सभी विधायकों को बुलाया गया है और उनसे चर्चा की गई है। हिमाचल भाजपा और विधायक दल एकजुट है।

नेता प्रतिपक्ष के नेतृत्व में नहीं, उनके साथ गए थे : राकेश पठानिया

भाजपा के वरिष्ठ विधायक राकेश पठानिया ने कहा कि कांग्रेस और भाजपा के विधायक विधानसभा समिति की बैठकों में भाग लेने विधानसभा में मौजूद थे। वहां पर चर्चा हुई और स्पीकर से कोरोना पर चर्चा के लिए 2-3 दिन का विशेष सत्र बुलाने की मांग की गई। हम नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्रिहोत्री के नेतृत्व में नहीं गए थे, बल्कि सभी साथ गए थे। 

Related Story

Trending Topics

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!