Edited By prashant sharma, Updated: 29 Nov, 2020 11:47 AM
जिला कांगड़ा में कोरोना के बढ़ते मामलों के बाद सरकार द्वारा लगाए गए रात्रि कर्फ्यू के बाद पर्यटन नगरी धर्मशाला में वीकेंड पर शनिवार को गिने-चुने पर्यटक ही पहुंचे।
धर्मशाला (सौरभ) : जिला कांगड़ा में कोरोना के बढ़ते मामलों के बाद सरकार द्वारा लगाए गए रात्रि कर्फ्यू के बाद पर्यटन नगरी धर्मशाला में वीकेंड पर शनिवार को गिने-चुने पर्यटक ही पहुंचे। इनमें भी अधिकतर पर्यटक पंजाब के थे। पर्यटकों के अभाव में होटलों में ऑक्यूपेंसी महज 15 से 20 फीसदी रही। मैक्लोडगंज, भागसूनाग, नड्डी सहित आसपास के प्रमुख पर्यटन स्थल सूने दिखे। ट्रेकिंग व एडवेंचर गतिविधियां भी ठप पड़ी हैं। होटल कारोबारियों की मानें तो कोरोना के बढ़ते मामलों व रात्रि कर्फ्यू लगने के बाद बाहरी राज्यों के पर्यटक आगामी बुकिंग नहीं करवा रहे है।
कारोबार ठप होने से चिंतित अपर धर्मशाला होटल एवं रेस्टोरेंट एसोसिएशन की कोर कमेटी ने शनिवार को बैठक कर सरकार से इस विकट स्थिति में मदद की गुहार लगाई है। होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष अश्वनी बाम्बा ने कहा कि बेशक सरकार ने रात्रि कर्फ्यू में आंशिक राहत देकर मियाद रात 9 बजे कर दी है लेकिन पर्यटक भयभीत होने के चलते आने से कतरा रहे हैं। उन्होंने कहा कि बाहर से आने वाले पर्यटकों को सरकार पूरा सहयोग कर रही है लेकिन पर्यटक कर्फ्यू की स्थिति में देरी से पहुंचने की स्थिति में कार्रवाई की आशंका के चलते फि लहाल यात्रा टाल रहे हैं। एसोसिएशन ने सरकार से बिजली के डिमांड चार्ज माफ करने, गृहकर और सफाई शुल्क में राहत देने की गुहार लगाई है।
पर्यटकों के हों रैंडम कोरोना टेस्ट
होटल एसोसिएशन धर्मशाला ने होटल व रेस्टोरेंट कर्मियों के कोरोना टेस्ट करवाने के सरकार के निर्णय का स्वागत करते हुए कहा कि सभी होटल कारोबारी पूरी तरह सरकार का सहयोग करेंगे। अश्वनी बाम्बा ने कहा कि सरकार बॉर्डर पर पर्यटकों का ब्यौरा दर्ज कर उनकी ट्रेकिंग की प्रणाली शुरू करे। साथ ही पर्यटकों के रैंडम कोरोना टेस्ट भी करवाए जाएं।