Edited By Vijay, Updated: 16 Jan, 2020 04:57 PM
भारत विश्व में ऊर्जा का चौथा सबसे बड़ा उपभोक्ता है। ऊर्जा की इस खपत में तेल एवं प्राकृतिक गैस का अनुपात लगभग 34 प्रतिशत है। घरेलू कच्चे तेल और गैस की सीमित उपलब्धता को देखते हुए भारत अपने कच्चे तेल की आवश्यकता का लगभग 87 प्रतिशत आयात कर रहा है।
शिमला (तिलक राज): भारत विश्व में ऊर्जा का चौथा सबसे बड़ा उपभोक्ता है। ऊर्जा की इस खपत में तेल एवं प्राकृतिक गैस का अनुपात लगभग 34 प्रतिशत है। घरेलू कच्चे तेल और गैस की सीमित उपलब्धता को देखते हुए भारत अपने कच्चे तेल की आवश्यकता का लगभग 87 प्रतिशत आयात कर रहा है। इस भारी आयात निर्भरता के कारण राजकोष पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। इसी को कम करने के मकसद और सीमित संसाधनों को देखते हुए पैट्रोलियम उत्पादों का संरक्षण करने के लिए सरकार ने विशेष अभियान चलाया हुआ है।
देश भर में 16 जनवरी से 15 फरवरी तक तेल कंपनियां सक्षम महोत्सव आयोजित कर रही हैं, जिसके तहत हिमाचल प्रदेश में भी वन एवं परिवहन मंत्री गोविन्द ठाकुर ने शिमला से सक्षम जागरूकता वाहन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। वाहन के माध्यम से लोगों को ईंधन की कम खपत करने और पर्यावरण बचने का सन्देश दिया जाएगा। महोत्सव के दौरान जागरूकता बढ़ाने के लिए पैट्रोलियम पंप पर जागरूकता वाहन द्वारा प्रचार-प्रसार किया जाएगा, साथ में एलपीजी को लेकर पंचायत और स्कूलों में छात्रों के लिए विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी।