Edited By kirti, Updated: 06 Oct, 2018 11:38 AM
परिवहन विभाग के ढुलमुल रवैये की वजह से कुछेक बोट चालक अपनी मनमानी कर बोट को चला रहे हैं जिस कारण लोगों को आने जाने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। प्राप्त जानकारी के अनुसार जिला के कोसरियां से भाखड़ा जाने के लिए परिवहन विभाग द्वारा लोगों की...
बरठीं : परिवहन विभाग के ढुलमुल रवैये की वजह से कुछेक बोट चालक अपनी मनमानी कर बोट को चला रहे हैं जिस कारण लोगों को आने जाने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। प्राप्त जानकारी के अनुसार जिला के कोसरियां से भाखड़ा जाने के लिए परिवहन विभाग द्वारा लोगों की सुविधा के लिए बोटों के माध्यम से सुविधा मुहैया करवाई गई है लेकिन कुछ बोट चालक तेल बचाने के चक्कर में अपने रूटों पर मनमाने तरीके से चल रहे हैं जिसका खमियाजा लोगों को अपने स्थान पर ठीक समय पर नहीं पहुंचने पर चुकाना पड़ रहा है।
मामला जिला के कोसरियां घाट का है। भाखड़ा की तरफ जाने वाली सवारियों को कोसरियां घाट पर बोट का लंबा इंतजार करना पड़ा। उल्लेखनीय है कि कोसरियां से भाखड़ा जाने के लिए बोट के माध्यम से 20 से 30 मिनट का ही समय लगता है तथा मात्र 15 रुपए में सवारियां भाखड़ा में पहुंच जाती हैं लेकिन अगर सड़क मार्ग से भाखड़ा को जाना हो तो करीब 70 से 80 किलोमीटर तक का सफर तय करना पड़ता है तथा इसके लिए 120 से 150 रुपए तक किराया भी देना पड़ता है। उन्होंने परिवहन विभाग से बोट मालिकों के द्वारा मनमाने तरीके से बोट चलाने पर उचित कार्रवाई की मांग की है।
अभद्र भाषा बोलने का जड़ा आरोप
सवारियों उपमा शर्मा, टी.डी. शर्मा, सुरेंद्र कुमार, राकेश, कमला देवी व दिनेश कुमार सहित अन्यों ने बताया कि उन्होंने भाखड़ा को 7 बजकर 40 मिनट का बोट लेना था लेकिन बोट चालक अपने बोट को समय पर न लेकर 9 बजे भाखड़ा के लिए रवाना हुआ। बोट चालकों ने अपने 8 बजे, 8:20 व 8:40 के 3 रूट कैंसल कर दिए। सवारियों द्वारा जब बोट चालक को चलने के लिए कहा गया तो उसने कथित तौर पर अभद्र भाषा का प्रयोग किया। उन्होंने कहा कि इस प्रकार का वाक्या केवल एक बार नहीं हुआ है अपितु सवारियों को अनेक बार इस प्रकार की समस्या का सामना करना पड़ता है तथा जब वे बोट चालकों को समय पर चलने के बारे में कहते हैं तो उनके कोप का भागीदार भी सवारियों को बनना पड़ता है।