Edited By Ekta, Updated: 08 Jan, 2019 02:08 PM
आगामी समय में हिमाचल के लोगों को पड़ोसी राज्यों यू.पी. व जम्मू-कश्मीर बसों में आवागमन करना आसान व सुलभ होगा। यह बात हिमाचल प्रदेश के वन, परिवहन एवं युवा सेवाएं और खेल मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने हिमाचल-उत्तर प्रदेश और जम्मू-कश्मीर के साथ हुए...
शिमला (ब्यूरो): आगामी समय में हिमाचल के लोगों को पड़ोसी राज्यों यू.पी. व जम्मू-कश्मीर बसों में आवागमन करना आसान व सुलभ होगा। यह बात हिमाचल प्रदेश के वन, परिवहन एवं युवा सेवाएं और खेल मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने हिमाचल-उत्तर प्रदेश और जम्मू-कश्मीर के साथ हुए अंतर्राज्यीय परिवहन समझौते पर हस्ताक्षर करने के बाद कही। उन्होंने कहा कि इन समझौतों के कारण प्रदेश के लोगों का पड़ोसी राज्यों के साथ आवागमन अधिक सुलभ होगा और अंतर्राज्यीय यात्रियों को बेहतर सुविधाओं का लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि इसका श्रेय हिमाचल के प्रगतिशील विचार रखने वाले मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को दिया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने विषय की गंभीरता को समझते हुए मुझे लखनऊ आकर इन समझौतों पर हस्ताक्षर करने का दायित्व सौंपा, साथ ही पड़ोसी राज्यों की परिवहन व्यवस्था को समझने का अवसर प्रदान किया।
उन्होंने कहा कि वर्ष 1985 के बाद यह पहला अवसर है, जब हिमाचल और उत्तर प्रदेश के मध्य इस प्रकार का समझौता हुआ है जो सामयिक, आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक परिवेश में अति आवश्यक था। जानकारी के अनुसार 27 रूटों पर हिमाचल की बसें और 19 रूटों पर यूपी की बसें चलेंगी। साथ ही इस समझौते पर हस्ताक्षर करने से पहले परिवहन मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर की उपस्थिति में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हिमाचल के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से दूरभाष पर बात कर प्रदेश सरकार की इस पहल के लिए धन्यवाद किया। गोविंद सिंह ठाकुर ने इस अवसर पर कहा कि हिमाचल सरकार पड़ोसी राज्यों को हर प्रकार से सहयोग के लिए तैयार है और परिवहन क्षेत्र से जुड़ी सांझी समस्याओं के तर्कपूर्ण हल के लिए कृतसंकल्प है। उन्होंने उत्तरी क्षेत्र और पहाड़ी राज्यों के लिए एक विशिष्ट परिवहन नीति की भी वकालत की।