Edited By kirti, Updated: 28 Jun, 2019 02:54 PM
बसों में ओवरलोडिंग को लेकर पुलिस प्रशासन की सख्ती से ग्रामीण क्षेत्रों में सफ र करने वाले लोग खासे परेशान हैं। सरकार द्वारा जारी किए गए निर्देशों के चलते पुलिस महकमा के कर्मचारी जगह-जगह बसों को रोक रहे हैं। जिन बसों में पुलिस कर्मचारियों को...
बिलासपुर : बसों में ओवरलोडिंग को लेकर पुलिस प्रशासन की सख्ती से ग्रामीण क्षेत्रों में सफ र करने वाले लोग खासे परेशान हैं। सरकार द्वारा जारी किए गए निर्देशों के चलते पुलिस महकमा के कर्मचारी जगह-जगह बसों को रोक रहे हैं। जिन बसों में पुलिस कर्मचारियों को ओवरलोडिंग नजर आ रही है, उन बसों से सवारियों को उतारा जा रहा है तथा बसों के चालान काटे जा रहे हैं। इससे ऐसे क्षेत्रों में बस से सफ र करने वाले विद्यार्थियों, कर्मचारियों, बीमार लोगों का हाल बेहाल है।
इन क्षेत्रों से गुजरने वाली बसों की समयसारिणी पर यदि नजर डालें तो इनके रूट्स स्कूल खुलने तथा स्कूल बंद होने के ही समय होते हैं लेकिन पुलिस की सख्ती के चलते ग्रामीण क्षेत्रों में स्कूली बच्चों, कर्मचारियों व अस्पतालों तक पहुंचने वाले बीमार लोगों तथा उनके तीमारदारों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि उनके क्षेत्रों को बहुत कम बसों के साधन हैं। उधर, उपमंडल झंडूता के बस स्टैंड से शाहतलाई, बिलासपुर, गेहड़वीं, ज्योरीपत्तन व बरठीं में जब से स्कूलों में छुट्टियां हुई हैं तब से सीटों के मुताबिक ही सवारियां बैठाई जा रही हैं।
इस बारे में बस चालक विजय कुमार व सुमन कुमार ने कहा कि बसों में सीटों से दुगुनी सवारियां बैठना गलत है लेकिन सीटों से 15 प्रतिशत सवारियां बैठाने पर कोई चालान नहीं होगा। सरकार के इस फ रमान का स्वागत किया है। इससे सवारियों को भी सुविधा होगी। यात्रियों में बंदना कुमारी, अश्वनी कुमार, संजय कुमार, सरवन सिंह, जगदीश शर्मा, सोहन लाल का कहना है कि जिन रूटों पर सीटों से दुगुनी सवारियां हों उन रूटों पर सरकार और बसें चलाए ताकि यात्रियों को कोई परेशानी का सामना न करना पड़े। उधर, शाहतलाई, गेहड़वीं, नयनादेवी क्षेत्र सहित अन्य दुर्गम क्षेत्रों में खासकर ग्रामीण क्षेत्रों की जनता को अपने गंतव्य तक पहुंचने में खासी परेशानी झेलनी पड़ रही है। बस चालक चालान होने के डर से बसों में सीटों से अधिक सवारियां बैठाने से परहेज ही कर रहे हैं।