Edited By Ekta, Updated: 27 Jun, 2019 03:22 PM
कुल्लू में हुए बस हादसे के बाद एचआरटीसी ने प्रदेश में निजी और सरकारी बसों में ओवरलोडिंग पर सख्ती कर दी है जिसका नतीजा यह हुआ कि लोगों को बसों में सफर करने के लिए जगह नहीं मिल पा रही है। कुछ जिलों में तो स्कूली बच्चों को भी बसों में बैठने के लिए जगह...
शिमला (योगराज): कुल्लू में हुए बस हादसे के बाद एचआरटीसी ने प्रदेश में निजी और सरकारी बसों में ओवरलोडिंग पर सख्ती कर दी है जिसका नतीजा यह हुआ कि लोगों को बसों में सफर करने के लिए जगह नहीं मिल पा रही है। कुछ जिलों में तो स्कूली बच्चों को भी बसों में बैठने के लिए जगह नहीं मिल रही है। कई दुर्गम इलाकों में स्कूली बच्चों को कई किलोमीटर का सफर पैदल तय करना पड़ रहा है। आनी में स्कूली बच्चों ने एचआरटीसी के खिलाफ नारेबाजी कर धरना प्रदर्शन किया और सरकार से तुरंत एक्स्ट्रा बस चलाने की मांग की है। सरकार ने ओवरलोडिंग पर प्रतिबंध तो लगा दिया लेकिन इस फैसले से लोगों को होने वाली समस्याओं के समाधान केे बारे में कुुछ भी नहीं सोचा।