Edited By Vijay, Updated: 19 Aug, 2018 04:34 PM
पिछले 20 वर्षों से अफसरशाही पार्किंग की समस्या से निपटने के लिए शहर की प्रमुख सड़क पर जमीन तलाश रही है। पिछले काफी समय से वाहनों की संख्या में भारी इजाफा हुआ है। जो पार्किंग स्थल मौजूद थे, उनमें अब कोई जगह नहीं।
नाहन: पिछले 20 वर्षों से अफसरशाही पार्किंग की समस्या से निपटने के लिए शहर की प्रमुख सड़क पर जमीन तलाश रही है। पिछले काफी समय से वाहनों की संख्या में भारी इजाफा हुआ है। जो पार्किंग स्थल मौजूद थे, उनमें अब कोई जगह नहीं। शहर की प्रमुख सड़क को नाहन राऊंड कहा जाता है। यहां जहां पार्किंग की जगह उपलब्ध है, वहां आसपास रहने वाले लोगों ने स्थायी पार्किंग कर वर्षों से कब्जा जमाया हुआ है। जब-जब पेड पार्किंग का मुद्दा उठता है तो नेता और उनके चहेते सिस्टम के आड़े आने लगते हैं। करीब 2 साल पहले नगर परिषद ने मालरोड को चौड़ा कर 2 पार्किंग क्षेत्र तैयार किए थे। इनके निर्माण में 20 लाख रुपए से ज्यादा का खर्चा हुआ है। शुरू में पार्किंग स्थलों की नीलामी हुई लेकिन बाद में नगर परिषद और ठेकेदार के बीच लेन-देन को लेकर विवाद होने पर यह नीलामी नहीं हुई। अब 2 साल से आसपास के लोग मुफ्त की पार्किंग के मजे लूट रहे हैं।
शहर से बाहर पार्क हों कमर्शियल वाहन
शहर में बढ़ती पार्किंग की समस्या के मद्देनजर मांग हो रही है कि कम से कम प्रशासन शहर में पार्किंग एरिया बढ़ाने के लिए यहां पार्क हो रहे कमॢशयल वाहनों को तो शहर से बाहर पार्क करने के आदेश दे। शहर के भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में निजी वाहनों के साथ कमर्शियल वाहन भी पार्क हो रहे हैं, ऐसे में पैदल चलना जोखिम भरा साबित हो रहा है। कमर्शियल वाहन कच्चा टैंक, मोहल्ला गोबिंदगढ़, चौगान, मालरोड, नया बाजार व पक्का टैंक आदि क्षेत्रों में पार्क हो रहे हैं।
यहां बन सकती है पार्किंग
चौगान के लिए एच.आर.टी.सी. वार्कशॉप मार्ग पर ढलान में मल्टी स्टोरी पार्किंग व अस्पताल राऊंड में मारुति सर्विस सैंटर से कराधान विभाग के कार्यालय तक अपहिल में पार्किंग बनाई जा सकती है। बड़ा चौक स्कूल मॉडल स्कूल में शिफ्ट कर यहां की भूमि को पार्किंग के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। कच्चा टैंक में सरकारी स्कूल के ग्राऊंड के नीचे भी पार्किंग बनाई जा सकती है।