Edited By Punjab Kesari, Updated: 14 Mar, 2018 04:04 PM
हिमाचल विधानसभा बजट सत्र में बुधवार को एम्स का मुद्दा गूंजा। इस मुद्दे को लेकर सत्तापक्ष-विपक्ष के सदस्यों के बीच तीखी नोक-झोंक भी हुई। इस दौरान सीएम जयराम ठाकुर को हस्तक्षेप करना पड़ा। जयराम ने सदन में कहा कि बिलासपुर के कोठीपुरा में एम्स बनेगा और...
शिमला (राजीव): हिमाचल विधानसभा बजट सत्र में बुधवार को एम्स का मुद्दा गूंजा। इस मुद्दे को लेकर सत्तापक्ष-विपक्ष के सदस्यों के बीच तीखी नोक-झोंक भी हुई। इस दौरान सीएम जयराम ठाकुर को हस्तक्षेप करना पड़ा। जयराम ने सदन में कहा कि बिलासपुर के कोठीपुरा में एम्स बनेगा और इसके लिए केंद्र सरकार ने सैंद्धांतिक रूप से 1351 करोड़ स्वीकृत किए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार इस मामले पर चिंतित है और विपक्ष पर टिप्पणी की कि वह जल्दबाजी में है। उन्होंने एम्स के लिए भूमि भी स्थानांतरित दी गई है और इसकी डीपीआर तैयार कि जा रही है। उन्होंने कहा कि यह केंद्र का हिमाचल को एम्स देना एतिहासिक फैसला है और विपक्ष को इसे बेवजह मुद्दा नहीं बनाना चाहिए।
बिलासपुर में बनने वाले एम्स का मामला सदन में कांग्रेस विधायक दल के नेता मुकेश अग्निहोत्री और नैना देवी के विधायक राम लाल ने उठाया। स्वास्थ्य मंत्री विपिन परमार से पूछा एम्स कि वास्तविक स्थिति क्या है। शिलान्यास होने के बाद कितना पैसा एम्स के लिए मंजूर हुआ और टेंडर कब तक होगा? राम लाल ठाकुर ने पूछा कि शिलान्यास के बाद केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा था कि एम्स की औपचारिकता के एक साल का वक्त लगेगा। लेकिन अभी तक इसके निर्माण को लेकर कोई कदम नहीं उठाया जा रहा है। अब सरकार एम्स को बजट में डाल रही है। एम्स के नाम वाहवाही लूटी जा रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार एम्स को लेकर लोगो को गुमराह कर रहे हैं। अभी तक इसके निर्माण को लेकर एक भी पैसा नहीं आया है। सरकार ने अपने बजट में 1351 करोड़ दर्शाया है।