Edited By kirti, Updated: 23 Jul, 2019 10:45 AM
पछाद विधानसभा क्षेत्र की टिक्करी कुठार पंचायत से अजीबोगरीब मामला सामने आया है जहां पंचायत के चुनिंदा जनप्रतिनिधियों की मनमानी गरीबों पर भारी पड़ रही है। दरअसल हुआ यूं कि इस पंचायत में ग्राम सभा का आयोजन किया गया और पंचायत प्रतिनिधियों ने कुछ अन्य...
नाहन (सतीश): पछाद विधानसभा क्षेत्र की टिक्करी कुठार पंचायत से अजीबोगरीब मामला सामने आया है जहां पंचायत के चुनिंदा जनप्रतिनिधियों की मनमानी गरीबों पर भारी पड़ रही है। दरअसल हुआ यूं कि इस पंचायत में ग्राम सभा का आयोजन किया गया और पंचायत प्रतिनिधियों ने कुछ अन्य लोगों के साथ मिलकर पंचायत को बीपीएल मुक्त घोषित कर दिया। डीसी के दरबार में पहुंचे लोगों का आरोप है कि पंचायत को बीपीएल मुक्त नहीं किया जा सकता क्योंकि पंचायत में कई लोग ऐसे हैं जो गरीबी रेखा से नीचे रह रहे हैं। इनके पास ना तो खाने के लिए पर्याप्त मात्रा में भोजन है और ना ही रहने के लिए मकान। ऐसे में लोग पंचायत प्रधान सहित अन्य जनप्रतिनिधियों की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर रहे है।
लोगों का कहना है कि जिस समय ग्राम सभा आयोजित हो रही थी उस समय बीपीएल के पात्र लोगों ने सवाल जरूर उठाए मगर उनकी एक न सुनी गई लोगों ने उपायुक्त सिरमौर को ज्ञापन सौंपकर पूरे प्रकरण में जांच करने की मांग की है लोगों का कहना है कि उन्हें बीपीएल में रखा जाना चाहिए क्योंकि वह इसके पूरी तरह से कानूनन हकदार है। इस तरह की तस्वीरें जब पेश आती है तो यहां जनप्रतिनिधियों की कार्यप्रणाली पर सवाल उठना लाजमी है सवाल इस बात पर भी कि क्या जनप्रतिनिधि सिर्फ सुर्खियां बटोरने के लिए गरीबों का हक छीन रहे हैं।