Edited By Vijay, Updated: 30 May, 2019 10:57 PM
ज्वालामुखी के छोटे से गांव सपड़ी की बेटी मीनाक्षी ने अपनी मेहनत व लग्न से अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बॉक्सिंग की रैफरी बनने का गौरव हासिल कर क्षेत्र व परिजनों का नाम रोशन किया है। तीसरे वाको इंटरनैशनल किक बॉक्सिंग टैक्नीकल रैफरी सैमीनार एवं प्रशिक्षण...
ज्वालामुखी (कौशिक): ज्वालामुखी के छोटे से गांव सपड़ी की बेटी मीनाक्षी ने अपनी मेहनत व लग्न से अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बॉक्सिंग की रैफरी बनने का गौरव हासिल कर क्षेत्र व परिजनों का नाम रोशन किया है। तीसरे वाको इंटरनैशनल किक बॉक्सिंग टैक्नीकल रैफरी सैमीनार एवं प्रशिक्षण कैंप का आयोजन होटल पार्क इन चंडीगढ़ में हुआ, जिसमें देश भर से 200 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया। इनमें से हिमाचल प्रदेश से 5 लोगों का चयन किया गया है, जिनमें से एक हिमाचल के जिला कांगड़ा के छोटे से गांव सपड़ी ज्वालामुखी की मीनाक्षी है। किक बॉक्सिंग संघ के प्रदेश अध्यक्ष रणवीर ठाकुर के अनुसार खेल के विभिन्न नियमों के बारे में प्रतिभागियों को जानकारी दी गई। हिमाचल प्रदेश को 5 अंतर्राष्ट्रीय स्तर के रैफरी मिलने से खेल में और निखार आने की संभावना है।
बॉक्सिंग की चैंपियन रह चुकी हैं मीनाक्षी
मीनाक्षी के पिता सुभाष चंद स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में सुंदरनगर में कार्यरत हैं। उनकी माता नीलम गृहिणी हैं। मीनाक्षी के छोटे भाई आर्यन व बहन मंजू शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। मीनाक्षी आर.एन.टी. स्कूल रैंखा सिहोरपाईं ज्वालामुखी में नॉन-टीचिंग स्टाफ में कार्यरत है। वह समय-समय पर कई बॉक्सिंग चैंपियनशिप में भाग ले चुकी हैं और स्वयं बॉक्सिंग की चैंपियन रह चुकी हैं। मीनाक्षी ने शिक्षा ज्वालामुखी कॉलेज में प्राप्त की है और वह बी.एड. कर रही हैं।