Edited By Ekta, Updated: 31 Jul, 2018 09:26 AM
हिमाचल की चीन अधिकृत तिब्बत के साथ लगती सीमाओं पर सुरक्षा पहरा बढ़ाने की मांग फिर उठने लगी है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने भी माना है कि जिस तरह भारत की सीमाओं पर चीन की हरकतें बढ़ रही हैं, उनको देखते हुए सुरक्षा पहरा मजबूत करने की जरूरत महसूस की जा...
शिमला (राक्टा): हिमाचल की चीन अधिकृत तिब्बत के साथ लगती सीमाओं पर सुरक्षा पहरा बढ़ाने की मांग फिर उठने लगी है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने भी माना है कि जिस तरह भारत की सीमाओं पर चीन की हरकतें बढ़ रही हैं, उनको देखते हुए सुरक्षा पहरा मजबूत करने की जरूरत महसूस की जा रही है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सोमवार को अनौपचारिक बातचीत में कहा कि फिलहाल हिमाचल की सीमाओं में भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल की संख्या बढ़ाने को लेकर अभी केंद्र से ज्यादा बात नहीं हुई है लेकिन अब इसकी आवश्यकता महसूस हो रही है।
उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि यहां की सीमा भी चीन अधिकृत तिब्बत के साथ लगती है और जिस तरह से वह अपनी सीमा में सुरक्षा को सुदृढ़ कर रहा है, उसको देखते हुए उचित कदम उठाए जाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि चीन कुछ हरकतें भी कर रहा है, जो सुरक्षा की दृष्टि से चुनौती भी हैं और भारत को परेशान करने वाली भी हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि चीन बॉर्डर एरिया को फोकस करके काम कर रहा है और अब भारत भी अपनी सीमाओं को मजबूत कर रहा है। उन्होंने कहा कि ऐसे में सभी पहलुओं को देखते हुए इस तरह के मुद्दों को केंद्र के समक्ष उठाया जाएगा।
3 टनलें प्रस्तावित
मुख्यमंत्री ने कहा कि रोहतांग टनल के बाद लेह तक कुल 3 टनलें प्रस्तावित हैं। उन्होंने कहा कि इन टनलों के बन जाने से जहां लौहाल-स्पीति के लोगों को फायदा होगा, वहीं सुरक्षा की दृष्टि से ये टनलें काफी फायदेमंद साबित होंगी और सेना को बॉर्डर पर पहुंचने में आसानी होगी।