दोनों तरफ धीमान, क्या करे हाईकमान?

Edited By Ekta, Updated: 21 Oct, 2018 11:15 AM

both sides dhiman what to do high command

प्रदेश सरकार द्वारा बोर्ड व निगमों में नवरात्रों में की गई ताजपोशी अब गले की फांस बनने लगी है। पूरे प्रदेश में दर्जन भर नेताओं के बीच में तवज्जो न दिए जाने की चिंगारी अब बाहर निकलने लगी है लेकिन जिला कांगड़ा के इंदौरा व जिला हमीरपुर के भोरंज में...

हमीरपुर/इंदौरा (पुनीत/अजीज): प्रदेश सरकार द्वारा बोर्ड व निगमों में नवरात्रों में की गई ताजपोशी अब गले की फांस बनने लगी है। पूरे प्रदेश में दर्जन भर नेताओं के बीच में तवज्जो न दिए जाने की चिंगारी अब बाहर निकलने लगी है लेकिन जिला कांगड़ा के इंदौरा व जिला हमीरपुर के भोरंज में लड़ाई सरेआम सामने आ गई है। इंदौरा में मनोहर धीमान को प्रदेश सरकार में अधिमान दिए जाने से भाजपा पदाधिकारी नाखुश हैं तो भोरंज में डा. अनिल धीमान की उपेक्षा ने भोरंज भाजपा में तूफान मचाया है। भोरंज भाजपा द्वारा शुक्रवार को भाजपा हाईकमान को एक सप्ताह के भीतर अनिल धीमान को प्रदेश सरकार में अहम जिम्मेदारी न सौंपे जाने की स्थिति में सामूहिक त्याग पत्र देने की धमकी के बाद अब शनिवार को इंदौरा में भाजपा पदाधिकारियों ने मनोहर धीमान की नियुक्ति रद्द न होने पर आने वाले चुनावों में नोटा दबाने की चेतावनी दी है, जिससे एक बार प्रदेश भाजपा में खलबली मच गई है। 

बता दें कि इंदौरा में वर्तमान विधायक रीता धीमान के पक्ष में इंदौरा भाजपा खुलकर सामने आगे आई है तो भोरंज में वर्तमान विधायक कमलेश कुमारी से कार्यकत्र्ता छिटके पड़े हैं। विधानसभा चुनाव के समय भोरंज सीट से तत्कालीन विधायक डा. अनिल धीमान का टिकट काटकर कमलेश कुमारी को भाजपा ने उम्मीदवार बनाया था। जिस पर आक्रोशित भोरंज भाजपा ने उस समय भी सामूहिक त्याग पत्र दे दिया था। संगठन व प्रदेश के वरिष्ठ नेताओं द्वारा सरकार बनने पर धीमान को प्रदेश सरकार में अहम जिम्मेदारी सौंपने के वायदे पर भोरंज के कार्यकर्ताओं ने पार्टी को वोट दिया था लेकिन प्रदेश सरकार के इतने माह बीतने के बाद भी अनिल धीमान को कोई जिम्मेदारी नहीं दी गई है, जिससे भोरंज भाजपा में भी आक्रोश की ज्वाला भड़की है। बता दें कि पूर्व शिक्षा मंत्री आई.डी. धीमान के आकस्मिक निधन के बाद  उनके बेटे डा. अनिल धीमान को टिकट दिया गया था व धीमान जीतकर विधानसभा में भी पहुंचे।  

पार्टी के गुलाम नहीं कार्यकर्ता, नोटा दबाएंगे 
शनिवार को इंदौरा में भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा पूर्व विधायक मनोहर धीमान की सामान्य उद्योग निगम के उपाध्यक्ष पद पर की गई नियुक्तिके विरोध में बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में निर्णय लिया गया कि हाईकमान ने यदि मनोहर धीमान की नियुक्ति को रद्द न किया तो पूरे इंदौरा विधानसभा क्षेत्र के भाजपा कार्यकर्ता अपने घरों पर विरोध स्वरूप पोस्टर लगाएंगे। भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष एवं प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य रणजीत पठानिया ने कहा कि पार्टी हमें कोई तनख्वाह नहीं देती है और न ही हम पार्टी के गुलाम हैं। मनोहर धीमान ने पार्टी से हमेशा गद्दारी की है और ऐसे लोगों को दिए गए ओहदे यदि वापस नहीं लिए गए तो आगामी लोकसभा चुनावों में नोटा का बटन दबाया जाएगा। उन्होंने कार्यकर्ताओं से पूछा कि क्या विधायक रीता धीमान क्षेत्र का सामूहिक विकास नहीं करवा रही हैं और यदि कर रही हैं तो उनके सिर पर मनोहर धीमान को बिठाने की क्या जरूरत थी।  

कमलेश को अपना नहीं पाई है भोरंज भाजपा 
भोरंज में एक तरफ पूर्व विधायक अनिल धीमान हैं तो दूसरी ओर वर्तमान विधायक कमलेश कुमारी। लेकिन 2 ध्रुवों के बीच फंसी भोरंज भाजपा की कमान किसके हाथ में है, इस पर संशय बन गया है। शुक्रवार को भोरंज भाजपा मंडल के 60 पदाधिकारियों द्वारा प्रदेश सरकार में डा. अनिल धीमान को अधिमान न दिए जाने पर सामूहिक त्यागपत्र देने की धमकी ने उथल-पुथल मचा दी है। अब कार्यकर्ता भी पसोपेश में हैं कि उनका नेता कौन है। वर्तमान विधायक कमलेश कुमारी या पूर्व विधायक डा. अनिल धीमान। धीमान के पक्ष में खुलकर खड़ी भोरंज भाजपा के इस कदम से यही लगता है कि वर्तमान विधायक को स्थानीय पदाधिकारी अब तक पूरी तरह से अपना नहीं पाए हैं तथा उनकी निष्ठाएं पूरी की पूरी धीमान परिवार के साथ हैं। 

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