धर्मशाला में रद्द होने लगी होटलों की बुकिंग, इक्का-दुक्का कमरे ही बुक हो रहे

Edited By Jinesh Kumar, Updated: 03 Mar, 2021 12:51 PM

booking of hotels started being canceled in dharamshala

देश में कोरोना संक्रमण के मामलों में दोबारा आई तेजी पर्यटन कारोबार के लिए निराशा लेकर आई है। संक्रमण की बढ़ती रफ्तार इस साल भी समर सीजन को फीका न कर दे, यह चिंता पर्यटन कारोबारियों को सताने लगी है। देश के बड़े राज्यों से गर्मियों में पहाड़ों का रुख...

धर्मशाला (ब्यूरो): देश में कोरोना संक्रमण के मामलों में दोबारा आई तेजी पर्यटन कारोबार के लिए निराशा लेकर आई है। संक्रमण की बढ़ती रफ्तार इस साल भी समर सीजन को फीका न कर दे, यह चिंता पर्यटन कारोबारियों को सताने लगी है। देश के बड़े राज्यों से गर्मियों में पहाड़ों का रुख करने वाले पर्यटक अपनी प्रस्तावित यात्रा टालने लगे हैं। पर्यटन नगरी धर्मशाला के होटलों में विभिन्न राज्यों के पर्यटक मार्च माह की अधिकांश बुकिंग रद्द करवा रहे हैं। राजस्थान, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, गुजरात, पश्चिम बंगाल व महाराष्ट्र से आने वाले पर्यटकों के दलों की मार्च व अप्रैल के लिए करवाई बुकिंग कन्फर्म नहीं हुई हैं। धर्मशाला, भागसूनाग, धर्मकोट व नड्डी सहित आसपास के इलाकों में करीब 800 निजी होटल व गेस्ट हाउस चल रहे हैं। भारी छूट ऑफर करने के बावजूद इनमें मौजूद लगभग 6500 कमरों में से 500 कमरे भी बुक नहीं हुए हैं, यानी ऑक्यूपेंसी 10 फीसदी से भी नीचे पहुंच चुकी है। सरकारी होटलों में भी आगामी माह की बुकिंग में गिरावट आई है। धर्मशाला व आसपास के पर्यटन स्थलों में 250 के करीब एडवेंचर, कैंपिंग व ट्रेकिंग यूनिट मंदी की मार झेल रही हैं। सैंकड़ों टूर एवं ट्रेवल ऑपरेटर की उम्मीदों को भी झटका लगा है। कंफेडरेशन ऑफ होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन के प्रदेशाध्यक्ष अश्विनी बाम्बा के अनुसार बीते 2-3 माह से वीकेंड यानी शनिवार व रविवार को पड़ोसी राज्य पंजाब से बड़ी तादाद में पर्यटक धर्मशाला घूमने पहुंच रहे थे, लेकिन अब पंजाब में भी कोरोना की दूसरी लहर आने से वीकेंड पर्यटन को चोट पहुंची है। उन्होंने आशंका जताई कि अगर मार्च माह के अंत तक कोरोना संक्रमण की रफ्तार कम न हुई तो लगातार दूसरे साल मई तक चलने वाला समर सीजन चौपट होना तय है। इस स्थिति में कई पर्यटन कारोबारी धंधा समेटने पर विवश हो जाएंगे। उन्होंने सरकार से पुन: पर्यटन उद्योग को राहत पैकेज देने की मांग की है। 

निजी होटलों में 50 फीसदी स्टाफ ही लौटा
कोरोना की मार से पर्यटन कारोबार अब तक उबर  नहीं सका है। संक्रमण में कमी आने के बाद जिला कांगड़ा में चल रहे करीब 7500 होटलों, गेस्ट हाउस व अन्य पर्यटन इकाइयों में 50 फीसदी स्टाफ लौट आया था। होटल कारोबारी समर सीजन में 100 फीसदी स्टाफ रखने की तैयारी में जुटे हुए थे, लेकिन कोरोना संक्रमण की स्थिति दोबारा गंभीर होने के चलते अब समर सीजन में पर्यटन कारोबार के गति पकडऩे पर प्रश्नचिन्ह लग गया है। 

पर्यटन निगम के होटलों में स्थिति कुछ बेहतर
राज्य पर्यटन निगम के होटलों में ऑक्यूपेंसी की स्थिति कुछ बेहतर है। फरवरी माह में निगम में होटलों में 37 फीसदी ऑक्यूपेंसी रही। हालांकि एक बार फिर बढ़ते कोरोना संक्रमण के चलते आगामी बुकिंग पर खासा असर पड़ा है। निगम के होटलों में ठहरने पर पर्यटकों को 31 मार्च तक 40 फीसदी छूट दी जा रही है। निगम के महाप्रबंधक अश्वनी कुमार ने कहा कि मार्च से मई के लिए एडवांस बुकिंग में कमी आई है।

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